परेशान ग्रामीणों ने पशुधन मंत्री-अपर मुख्य सचिव के रास्ते में खड़े कर दिए छुट्टा जानवर, जानें फिर क्या हुआ…
ग्रामीणों ने उनके विधानसभा क्षेत्र में आने वाले पिपरिया उपराला गांव के पास रोड पर छुट्टा पशुओं को एकट्ठा कर मंत्री का काफिला रोक दिया. खूब नारे लगाए, अफसरों और पुलिस ने समझाने की काफी कोशिश की लेकिन वे अपनी समस्या का स्थायी समाधान चाहते थे.
बरेली: पशु पॉली क्लीनिक की भूमि का पूजन करने जा रहे उत्तर प्रदेश सरकार के पशुपालन,अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ मंत्री धर्मपाल सिंह और अपर मुख्य सचिव पशुधन विभाग अवनीश दुबे को ग्रामीणों ने अनोखे तरीक से विरोध किया. ग्रामीणों ने उनके विधानसभा क्षेत्र में आने वाले पिपरिया उपराला गांव के पास रोड पर छुट्टा पशुओं को एकट्ठा कर मंत्री का काफिला रोक दिया. खूब नारे लगाए, अफसरों और पुलिस ने समझाने की काफी कोशिश की लेकिन वे अपनी समस्या का स्थायी समाधान चाहते थे. मंत्री को बताया कि छुट्टा पशुओं ने फसलों को बर्बाद कर दिया है. छुट्टा पशुओं को पकड़कर गौशाला भेजने के लिए अफसरों के यहां काफी चक्कर लगाए लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. कैबिनेट मंत्री ने अपनी विधानसभा क्षेत्र के लोगों को छुट्टा पशुओं से निजात दिलाने का भरोसा दिलाया.करीब 45 मिनट बाद ग्रामीण शांत हुए तब जाकर कैबिनेट मंत्री का काफिला गुरगांवा को रवाना हो सका.
अधिकारियों से हुई नोकझोंकगुरुवार दोपहर यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह अपने विधानसभा क्षेत्र आंवला के सिरौली क्षेत्र के गुरगावां गांव में पॉली क्लीनिक का शिलान्यास करने अपर मुख्य सचिव पशुधन विभाग के साथ जा रहे थे. पिपरिया उपराला गांव में ग्रामीणों ने छुट्टा पशुओं को सड़क पर खड़ा कर पशुधन मंत्री का काफिला रोक लिया.उन्हें ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. कैबिनेट मंत्री का काफिला करीब 40 मिनट तक फंसा रहा.उन्होंने ग्रामीणों को समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया, तब जाकर ग्रामीण शांत हुए. इसके बाद सड़क से छुट्टा पशुओं का हटाया गया. इससे पहले ग्रामीणों की एसडीएम से नोकझोंक की बात सामने आई है.एसडीएम से अभद्रता करने का आरोप है.ग्रामीणों का गुस्सा देख एसडीएम वहां से चले गए.इसके बाद आंवला के नायब तहसीलदार और सीओ को भी ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा. इसके साथ ही धक्का मुक्की का भी आरोप है.
कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह के आने की सूचना ग्रामीणों को कुछ देर पहले ही लगी थी.इसकी जानकारी के बाद आक्रोश फैल गया.पिपरिया उपराला गांव में ग्रामीणों ने सैकड़ों छुट्टा पशुओं को लाकर सड़क पर खड़ा कर दिया. इसी मार्ग से पशुधन मंत्री का काफिला गुजरने वाला था.इसकी जानकारी होने पर एसडीएम आंवला और इंस्पेक्टर सिसौली वहां पहुंच गए. आक्रोशित ग्रामीण एसडीएम से भिड़ गए.
Also Read: UP News : मथुरा के बांकेबिहारी मंदिर के पास गिरी इमारत के मालिक के खिलाफ एफआईआर, कई मकानों को नोटिस जारी छुट्टा पशु देख अफसरों के उड़े होशपशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह, और अपर मुख्य सचिव पशुपालन का काफिला आया, तो सड़क पर छुट्टा पशुओं को खड़ा देख अफसरों के होश उड़ गए.ग्रामीणों ने मंत्री के सामने छुट्टा पशुओं की समस्या को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. मंत्री धर्मपाल सिंह ने ग्रामीणों को समझाया.उन्हें आश्वासन दिया कि इलाके में ग्राम सभा की जमीन देख गो आश्रय स्थल बनवाकर समस्या से निजात दिलाई जाएगी.मंत्री के आश्वासन के बाद ग्रामीण माने.इसके बाद छुट्टा पशु सड़क से हटाए गए, और मंत्री का काफिला गुरगांवा के लिए रवाना हुआ.
9.14 करोड़ की लागत से बनेगी पॉली क्लीनिककैबिनेट मंत्री अपनी विधानसभा आंवला तहसील के गुरगांवा गांव में पशुओं के इलाज के लिए 9.14 करोड़ रुपये की लागत से पॉली क्लीनिक बनना है. यहां पशुओं को 24 घंटे इलाज मिल सकेगा.इसका शिलान्यास करने पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह, अपर मुख्य सचिव डॉ. रजनीश दुबे के साथ गुरगांवा जा रहे थे.मंत्री के कार्यक्रम को लेकर सफाई कर्मियों की सड़क किनारे ड्यूटी लगाई गई थी.जिससे पशुपालन मंत्री को छुट्टा पशु न दिख सकें.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद