राउरकेला. रेल नगरी बंडामुंडा की उत्तम बस्ती में मंगलवार को ग्रामीणों ने रेलवे के थर्ड लाइन का काम बंद कराने के साथ बुधवार को नेपाली बस्ती में रेलवे शेड का काम भी बंद करा दिया. जिस जमीन पर रेलवे की ओर से काम किया जा रहा है, उसे ग्रामीण अपनी जमीन बता रहे हैं. वहीं, इस जमीन पर काम करने के लिये रेलवे से जमीन से संबंधित दस्तावेज दिखाने की मांग हो रही है. मंगलवार की सुबह नेपाली बस्ती में रेलवे का काम बंद कराने वाले ग्रामीणों की अगुवाई करने वाले महेश्वर तांती ने बताया कि यहां पर जिस जमीन पर रेलवे अपना काम कर रही है.
उस जमीन पर यहां के ग्रामीण पुरखों से खेती करते आ रहे थे. इसे लेकर रेलवे के जीएम से लेकर डीआरएम के समक्ष यह बात रखी गयी थी. लेकिन इसका कोई फैसला होने से पहले ही रेलवे ने यहां पर अपना काम शुरू कर दिया. जिसका हम विरोध कर रहे हैं. इस विरोध का पता चलने पर बंडामुंडा आरपीएफ ओसी, प्लांट साइट पुलिस भी मौके पर पहुंची. इनके साथ आरआइ ने भी यहां आकर जमीन की नाप-जोख की. इस जमीन को लेकर बिसरा तहसीलदार की ओर से रिपोर्ट देने के बाद ग्रामीणों ने अपना अगला कदम उठाने की बात कही है. विरोध-प्रदर्शन में महेश्वर तांती के साथ अन्य ग्रामीणों में फूलचंद तांती, बांदे ओराम, विजय तांती, ललिता किसान, जयमनि भूमिज, शकुंतला महतो आदि शामिल थे.
बंडामुंडा की उत्तम बस्ती में मंगलवार को स्थानीय ग्रामीणों ने रेलवे थर्ड लाइन का काम बंद करा दिया. ग्रामीणों का कहना है कि उत्तम बस्ती की जिस जमीन पर थर्ड लाइन का काम हो रहा है, वह विवादित है. साथ ही रेलवे मार्शलिंग यार्ड से विस्थापित परिवारों को अब तक न्याय नहीं मिल पाया है. इस समस्या का समाधान करने के बाद ही रेलवे से थर्ड लाइन का काम शुरू करने दिया जायेगा.
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों की अगुआई कर रहे महेश्वर तांती ने बताया कि उत्तम बस्ती में जिस जमीन पर रेलवे थर्ड लाइन का काम करना चाहता है, वह विवादित है. इस विवाद का समाधान करने तथा अब तक न्याय से वंचित रेलवे के विस्थापित परिवारों को उनका हक प्रदान करने की दिशा में रेलवे पहल करे. उनका कहना है कि इस मुद्दे को लेकर उत्तम बस्ती, लोको बरकानी, बंडामुंडा के ग्रामीणों के साथगत 27 जनवरी को बंडामुंडा एआरएम के साथ बैठक हुई थी. इसमें स्थानीय डीएसपी, बंडामुंडा थाना आइआइसी, बंडामुंडा आरपीएफ ओसी शामिल थे.