किसानों के समर्थन में अभय चौटाला ने हरियाणा विधानसभा की सदस्यता से दिया इस्तीफा, बोले- दिल्ली में हुई हिंसा के लिए केंद्र जिम्मेदार
Violence During Kisan Tractor Rally नये कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनकारी किसानों का समर्थन करते हुए भारतीय राष्ट्रीय लोकदल (इनेलो) के नेता अभय सिंह चौटाला ने बुधवार को हरियाणा विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. अभय सिंह चौटाला ने चंडीगढ़ में विधानसभा स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंपा दिया है. जानकारी के अनुसार, विधानसभा स्पीकर ने भी उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है.
Violence During Kisan Tractor Rally नये कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनकारी किसानों का समर्थन करते हुए भारतीय राष्ट्रीय लोकदल (इनेलो) के नेता अभय सिंह चौटाला ने बुधवार को हरियाणा विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. अभय सिंह चौटाला ने चंडीगढ़ में विधानसभा स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंपा दिया है. जानकारी के अनुसार, विधानसभा स्पीकर ने भी उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है.
Indian National Lokdal leader Abhay Singh Chautala resigns from the membership of Haryana Legislative Assembly in support of the farmers protesting in Delhi against three farm laws; resignation accepted by the Speaker.
(file photo) pic.twitter.com/Epb1GojaRz— ANI (@ANI) January 27, 2021
भारतीय राष्ट्रीय लोकदल के नेता अभय सिंह चौटाला ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में इस्तीफा देने के बाद केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है. अभय चौटाला ने कहा कि जो किसान नेता आंदोलन की अगुवाई कर रहे थे उनके खिलाफ केंद्र सरकार ने मुकदमे दर्ज किए. उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस के मौके पर मंगलवार को दिल्ली में जो हुआ वह केंद्र सरकार की साजिश थी.
बता दें कि नये कृषि कानूनों को वापस लेने और न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों को दिल्ली पुलिस ने उनकी मांग को मानते हुए गणतंत्र दिवस समारोह समाप्त होने के बाद तय रास्ते पर ट्रैक्टर परेड निकालने की अनुमति दी थी. लेकिन, किसानों ने तय समय से पहले ही मध्य दिल्ली के लिए कूच किया जिससे हंगामे की स्थिति पैदा हो गयी.
वहीं, समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस की एफआईआर में किसान नेता दर्शन पाल, राजिंदर सिंह, बलबीर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह बुर्जगिल और जोगिंदर सिंह उग्रा के नाम है. एफआईआर में बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का भी नाम है.
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