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सिंदरी में उपद्रव, पत्थर व लाठी-डंडे से हमले में तीन थानेदार घायल

सिंदरी में जारी तनाव का भयावह रूप गुरुवार को सिंदरी में देखने को मिला. हरवे-हथियार से लैस हजारों ग्रामीणों ने सिंदरी शहरपुरा पहुंच कर पुलिस के सामने तांडव मचाया. शहरपुरा स्थित सिंह मेंशन के करीबी लक्की सिंह कार्यालय पहुंचे और हमला बोल दिया. इस दौरान दो राउंड हवाई फायरिंग कर दहशत फैलायी

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 26, 2022 1:34 PM

Dhanbad news: बीते 22 अगस्त को सिंदरी में सिंह मेंशन समर्थक लक्की सिंह के लोगों द्वारा आधा दर्जन युवकों की बुरी तरह की गयी पिटाई का भयावह रूप गुरुवार को देखने को मिला. हरवे-हथियार से लैस सैकड़ों उपद्रवियों ने रांगामाटी से शहरपुरा बाजार तक पुलिस के सामने जमकर उत्पात मचाया. हिंसक प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने रांगामाटी से लेकर शहरपुरा बाजार तक कई दुकानों में तोड़फोड़ की. ग्रामीण शहरपुरा स्थित लक्की सिंह के कार्यालय पहुंचे और हमला बोल दिया. इस दौरान दो राउंड हवाई फायरिंग कर दहशत फैलायी. लक्की के कार्यालय में तोड़फोड़ कर गाड़ियों व एंबुलेंस को नुकसान पहुंचाया. एक दर्जन गाड़ियों को क्षतिग्रस्त किया गया है.

पत्थर व लाठी-डंडे से पुलिस अधिकारियों व जवानों पर हमला

यही नहीं, कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे, एसी, सोफा, फ्रीज, पंखा, पानी की टंकी भी तोड़ दिये. कार्यालय में तोड़फोड़ के दौरान रोके जाने पर उग्र ग्रामीणों ने पत्थर व लाठी-डंडे से पुलिस अधिकारियों व जवानों पर हमला बोल दिया. पत्थर व लाठी-डंडे की चोट से भौंरा ओपी प्रभारी हिमांशु कुमार, पाथरडीह थाना प्रभारी अभय कुमार और सिंदरी थाना प्रभारी सुरेश प्रसाद घायल हो गये. हिमांशु कुमार के सिर में गंभीर चोट आयी है. उन्हें बेहोशी की हालत में धनबाद शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया.

प्रदर्शन करने के नाम पर आये और मचाने लगे उत्पात

बताया जाता है कि बीते 22 अगस्त की घटना के विरोध में एकजुट होकर ग्रामीण सिंदरी शहर में प्रदर्शन करने के लिए आये थे. ये लोग दोपहर दो बजे रांगामाटी में प्रवेश किये. वहां से पानी टंकी चौक, सूर्यदेव सिंह चौक व हटिया चौक तक गये. दोपहर 2.40 बजे शहरपुरा पहुंचे. वहां लक्की सिंह के ऑफिस पर अचानक हमला बोल दिया. प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व मासस नेता बबलू महतो व जगदीश रवानी कर रहे थे. इस दौरान नारे भी लगाये गये. प्रदर्शनकारी कहते सुने गये कि चलो बदला ले लेंगे. पुलिस ने सभी को ऐसा करने से रोका. लेकिन उग्र लोग किसी को सुनने को तैयार नहीं थे.

भय से दुकानदारों ने बंद रखी थीं अपनी-अपनी दुकानें

22 अगस्त को बड़ादाहा व आरएमके फोर के ग्रामीणों के घायल होने के बाद उसी रात लक्की के कार्यालय पर हमला किया गया था. सिंदरी के लोगों और दुकानदारों को उसी दिन से यह आशंका थी कि लक्की सिंह के खिलाफ ग्रामीण एकजुट हो रहे हैं. इसको लेकर लगातार बैठकें आदि कर रहे हैं. सोशल मीडिया में ग्रामीणों द्वारा भड़ास निकाले जाने की जानकारी शहरपुरा बाजार के दुकानदारों को थी. इसलिए गुरुवार को बाजार लगभग बंद था. वैसे ग्रामीणों का टारगेट लक्की सिंह का कार्यालय था. घटना के बाद शहरपुरा मार्केट में काफी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.

धनबाद में चल रहा दो थानेदारों का इलाज

बताया जाता है कि उपद्रवियों के हमले में कुछ पुलिसकर्मियों को भी हल्की-फुल्की चोट आयी है. ग्रामीण लगभग डेढ़ घंटे तक उत्पात मचाते रहे. इस दौरान रांगामाटी से शहरपुरा बाजार तक के दुकानदार और यहां के निवासी दहशत में रहे. उपचार के बाद भौंरा ओपी प्रभारी हिमांशु कुमार को डॉक्टरों ने दुर्गापुर रेफर कर दिया. पाथरडीह तथा सिंदरी थाना प्रभारी का इलाज धनबाद में चल रहा है. सुरेश प्रसाद के पैर में चोट आयी है.

जयराम महतो ने आकर मामले को कराया शांत, समझाने पर लौटे ग्रामीण
लगभग डेढ़ घंटे चले इस तोड़फोड़ के बाद पुलिस ने ग्रामीणों को लक्की सिंह के कार्यालय के लगभग पांच सौ मीटर दूरी पर रोक दिया था. सभी को पुलिस लौटने के लिए कह रहे थे. लेकिन लोग इतने उग्र थे कि पुलिस की अपील को कुछ नहीं समझ रहे थे. बाहरियों तेरी गुंडागर्दी नहीं चलेगी, जय झारखंड, जोहार झारखंड, आतंक फैलाना बंद करो आदि नारे ग्रामीण युवक लगा रहे थे. उन्हें संभालने में पुलिस के पसीने छूट रहे थे. लोग रुक-रुक कर पत्थर चला रहे थे. इसी बीच भाषा व खतियानी आंदोलनकारी जयराम महतो एक सफेद कार से बलियापुर की ओर से आये और लोगों को खोरठा भाषा में उग्र लोगों को समझाया कि अब बहुत हो गया है. माफिया के लिए इतना काफी है. उसके बाद ग्रामीण बलियापुर की ओर लौट गये. जयराम महतो की अपील से युवकों के शांत होने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली.

लक्की के घर पर हमला को तैयार थे ग्रामीण, पुलिस ने किया विफल
प्रदर्शनकारी एल टाइप स्थित लक्की सिंह आवास पर भी हमले को तैयार थे, लेकिन भारी पुलिस बल ने लोगों पर लाठियां बरसायी, उसके बाद ग्रमीण पीछे भागे. फिर पुलिस पर पथराव करने लगे. पुलिस की तत्परता से प्रदर्शनकारियों का घर पर हमला विफल रहा. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पुलिस ने ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन को हल्के ढंग में लिया था. यदि पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की व्यवस्था होती तो शहर में हुए तांडव पर लगाम लगायी जा सकती थी.

किसी बख्शा नहीं जायेगा : एसडीपीओ
घटना के बाद सिंदरी एसडीपीओ अभिषेक कुमार ने कहा कि ग्रमीणों ने लक्की सिह के कार्यालय पर हमला किया है. फायरिंग की घटना नहीं घटी है. हमारे तीन थाना प्रभारी जख्मी हुए हैं. मामले की गहन जांच कर कार्रवाई की जायेगी.

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