राउरकेला में वर्चुअल हाइकोर्ट शुरू, अब लोगों को न्याय के लिए नहीं जाना होगा कटक
राउरकेला के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है. दरअसल अब जिले के लोगों को न्याय पाने के लिए कटक जाने की जरूरत नहीं है. दरअसल, राउरकेला में वर्चुअल हाइकोर्ट की शुरुआत हो गई है.
राउरकेला. अब शहर के लोगों को हाइकोर्ट से न्याय पाने या कोई याचिका दायर करने के लिए राउरकेला से 400 किलोमीटर दूर कटक स्थित ओडिशा हाइकोर्ट की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी. ओडिशा हाइकोर्ट अब राउरकेला से वर्चुअली काम करेगा. शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस धनंजय वाइ चंद्रचूड़ तथा ओडिशा हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ जस्टिस एस मुरलीधर ने वर्चुअली इसका शुभारंभ किया.
सप्रीम कोर्ट और ओडिशा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने किया उद्धघाटन
राउरकेला कोर्ट में वर्चुअल कोर्ट का शुभारंभ होने के दौरान स्थानीय न्यायाधीश उपस्थित रहने के साथ जिला स्तरीय अन्य न्यायाधीश भी वर्चुअल मोड में इस कार्यक्रम से जुड़े थे. राउरकेला समेत राज्य के अन्य दस स्थानों पर भी इस तरह के वर्चुअल हाइकोर्ट का शुभारंभ किया गया है. इस अवसर पर राउरकेला में ज्यूडिशियरी एकेडमी बनने समेत आगामी दिनों में ओडिशा हाइकोर्ट के फैसले ओडिया भाषा में भी प्रकाशित होने की जानकारी दी गयी, जिसका राउरकेला वकील संघ ने स्वागत किया है.
ओडिया भाषा में भी जल्द ही प्रकाशित होंगे ओडिशा हाइकोर्ट के फैसले
राउरकेला में वर्चुअल हाइकोर्ट के शुभारंभ पर वकील संघ के महासचिव अक्षय साहू ने कहा है कि संघ की ओर से विगत दो दशकों से यहां हाइकोर्ट की स्थायी बेंच की स्थापना को लेकर संघर्ष जारी रखा गया था. अब वर्चुअली ही सही, यहां से हाइकोर्ट का काम शुरू होने से यह एक स्वागत योग्य कदम है. हम इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश व ओडिशा हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का आभार प्रकट करते हैं.
पश्चिम ओडिशा के राउरकेला में ज्यूडिशियरी एकेडमी बनाने समेत ओडिशा हाइकोर्ट के फैसले अब ओडिया भाषा में भी प्रकाशित किये जायेंगे, यह भी एक स्वागत योग्य कदम है. इस कार्यक्रम में अन्य लोगों में संघ के अध्यक्ष सुरेश मांझी, उपाध्यक्ष सदानंद साहू, संयुक्त सचिव हरी डोरा, भारतभूषण पांडे समेत मानस पंडा, पंकज दास, कैलाशचंद्र बेहरा, गिरीश महापात्र, सत्य शर्मा, रविशंकर मिश्र समेत अन्य वकील शामिल थे.