विश्व भारती के वीसी ने मुख्यमंत्री ममता की साहित्य साधना पर किया व्यंग्यात्मक कटाक्ष ,भेजा पत्र
गत 17 सितंबर को विश्व कवि रवींद्रनाथ टैगोर के शांतिनिकेतन को यूनेस्को द्वारा ‘विश्व धरोहर’ की उपाधि दी गयी है. विश्व भारती अधिकारियों ने इस संबंध में सफेद पत्थर की तीन पट्टिकाएं स्थापित की हैं.तृणमूल ने ममता बनर्जी के आदेश पर विश्व भारती के खिलाफ 12 दिनों से धरना प्रदर्शन जारी है.
बोलपुर, मुकेश तिवारी : विश्व भारती के कुलपति डॉक्टर विद्युत चक्रवर्ती ने एक बार फिर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (
Chief Minister Mamata Banerjee) को पत्र लिख कर मुख्यमंत्री ममता की साहित्य साधना पर व्यंग्यात्मक कटाक्ष किया है. इस पत्र के बाद एक बार फिर माहौल गरमा गया है. मंगलवार को इस पत्र को विश्व भारती की जनसंपर्क अधिकारी महुआ बनर्जी ने मीडिया को जारी किया है. विश्व भारती के कुलपति विद्युत चक्रवर्ती ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पांच पेज का व्यंग्यात्मक पत्र लिखा है.चरित्र पूजा, कार्यकर्ता रवींद्रनाथ, शांतिनिकेतन स्मृति- रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा लिखित कई पुस्तकों के उदाहरण पेश कर मुख्यमंत्री पर विभिन्न तरीकों से कुलपति ने कटाक्ष किया है.
पट्टिका पर रवींद्रनाथ टैगोर का नाम उल्लेख नहीं
दूसरी ओर, यूनेस्को द्वारा शांति निकेतन को विश्व धरोहर घोषित करने के बाद लगायी गयी पट्टिका में रवींद्रनाथ का नाम उल्लेख नहीं किये जाने के प्रतिवाद में 12 दिन भी विरोध में तृणमूल का आंदोलन जारी है. गत 17 सितंबर को विश्व कवि रवींद्रनाथ टैगोर के शांतिनिकेतन को यूनेस्को द्वारा ‘विश्व धरोहर’ की उपाधि दी गयी है. विश्व भारती अधिकारियों ने इस संबंध में सफेद पत्थर की तीन पट्टिकाएं स्थापित की हैं. विश्व भारती के आचार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विश्व भारती के कुलपति विद्युत चक्रवर्ती का नाम पट्टिका में उल्लेख किया गया है. लेकिन रवींद्रनाथ टैगोर का नाम उल्लेख नहीं किया गया है.
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तृणमूल का विश्व भारती के खिलाफ 12 दिनों से धरना प्रदर्शन जारी
इसके विरोध में तृणमूल ने ममता बनर्जी के आदेश पर विश्व भारती के खिलाफ 12 दिनों से धरना प्रदर्शन जारी है.इस बीच विश्व भारती के कुलपति विद्युत चक्रवर्ती का कार्यकाल आगामी चार नवंबर को ही समाप्त हो रहा है. इससे पहले मंगलवार को उन्होंने मुख्यमंत्री को पांच पन्नों का पत्र भेजा है. पूरे पत्र में सीएम पर कटाक्ष किया गया है. इस बीच रवींद्रनाथ की पुस्तकों के उद्धरण पेश किये गये हैं. उद्धरण के अलावा कुलपति ने पत्र में सीधे लिखा है कि “मुझे नहीं पता कि किसी में आप (सीएम) जैसा गुण है या नहीं? यह समझना आसान है कि आपका साहित्य इतनी आसानी से क्यों पहचाना जाता है.”
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आखिरकार विश्व भारती बदल रहा है
कुलपति ने पत्र में यह भी लिखा, ‘आखिरकार विश्व भारती बदल रहा है, इसलिए जिन लोगों को इससे नुकसान होगा, वे डरे हुए हैं.’ विश्व भारती के कुलपति द्वारा सीएम को लिखे पत्र में किये गये कटाक्ष को लेकर तृणमूल के बोलपुर सांसद असित माल ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा, ‘विद्युत चक्रवर्ती आखिरी दिन तक हर संभव तरीके से विश्व भारती को कलंकित कर रहे हैं . वह अच्छे वाइस चांसलर नही हैं.’ जिस तरह से वह विश्व भारती के सम्मान को गिरा रहे हैं और इस पत्र को लेकर मैं कड़ी निंदा करता हूं.’
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