Vocal for Local : मधुबनी : कोरोना संकट एक ओर जहां परेशानी का पहाड़ लेकर आया है, वहीं सकारात्मक सोच रखनेवालों को कुछ नया करने का मौका भी दिया है. मधुबनी पेंटिंग आज किसी परिचय का मोहताज भले ही नहीं है, लेकिन कुछ कलाकार इस लोक कलाकृति को नये अंदाज में पेश कर रहे हैं. मिथिला दंपती का मास्क पर मधुबनी पेंटिंग और प्रकृति का अनूठा प्रयोग लोगों को आकर्षित कर रहा है.
मुख्यालय से सटे जगतपुर टुन्नी मिश्र टोल की कलाकार उषा मिश्र और उनके पति रेमंत मिश्र ने कोरोना काल में मास्क पर मिथिला पेंटिंग को इस बारीकी से उकेरा और नयी दिशा दी कि आज इनकी चर्चा हर ओर हो रही है.
उषा की बनायी मिथिला पेंटिंग की मास्क कई प्रकार के हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ के आह्वान को आगे बढ़ाने में जुटे इस दंपती ने मास्क में प्रयुक्त होनेवाले कपड़े में खादी का कपड़ा चुना है.
जगतपुर टुन्नी मिश्र टोली के दंपती गांव की आठ-दस लड़कियों को भी मास्क बनाने के इस अभियान में जोड़ लिया है. इससे इन लोगों को कोरोना काल में बिना कहीं गये एक नया रोजगार मिल गया है. साथ ही दो रुपये की आमदनी भी हो रही है.
उषा के बनाये ये पेंटिंग मास्क दो लेयर, तीन लेयर और सिंगल लेयर के हैं. मिथिला पेंटिंग में उन्होंने प्रकृति से जुड़े चित्र को प्राथमिकता दी है. अधिकतर मास्क पर पेड़-पौधे, फूल-पत्ती, पक्षी, जीव आदि के चित्र उकेरे गये हैं.
Posted By : kaushal Kishor