बॉलीवुड लीजेंड एक्ट्रेस वहीदा रहमान की एक्टिंग के सभी कायल हैं. अपने दौर में वह टॉप अभिनेत्रियों में से एक थी. उन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्में दी है. हाल ही में वह अरबाज खान के चैट शो द इनविंसिबल्स में पहुंची. यहां वहीदा ने खुलासा किया कि कैसे जब वो और राज कपूर मध्य प्रदेश के एक कस्बे में अपनी फिल्म तीसरी कसम की शूटिंग कर रहे थे. उस दौरान फैंस ने मुंबई लौटते समय उनकी ट्रेन पर हमला करना शुरू कर दिया था. इश वाक्ये से राज कपूर टमाटर की तरह लाल हो गए थे.
राज कपूर के साथ काम करने के बारे में बात करते हुए, अरबाज ने वहीदा रहमान से उन प्रशंसकों के साथ हुई घटना के बारे में सवाल किया जो छात्र थे. 85 वर्षीय अभिनेत्री ने इसे ‘खतरनाक’ बताते हुए कहा, ‘वो शहर में बहुत सारे कॉलेज थे, जिस दिन हम जा रहे थे, ट्रेन से ही जाना आना था उस वक्त, एक डिब्बे में राज जी और उनके दोस्त, एक मैं, मेरी बहन थी. गाड़ी शुरू हुई फिर रुक गई. परदा खोल के हम झांक रहे थे, तो बहुत सारे पब्लिक जमा हो गई थी. वहां मौजूद एक लड़के ने कहा, ‘सर, हम आपको देखना चाहते हैं, आपके लोगों ने हमें मिलने नहीं दिया, बहुत तंग किया. अभी हम आपसे मिलना चाहते हैं.
हालांकि बाद में राज कपूर प्रशंसकों से मिले, उन्हें नमस्ते के साथ अभिवादन किया और हाथ भी मिलाया, जब उन्होंने वहीदा रहमान से मिलने की मांग की तो उन्होंने इनकार कर दिया. हालांकि मैंने उस वक्त राज कपूर को कहा था, कि मिल कर आती हूं, लेकिन उन्होंने मना कर दिया. उन्होंने कहा, ‘नहीं, यह सुरक्षित नहीं है…अगर खिच कर लेकर चले गए तो क्या होगा’. तब मैंने कहा ‘ऐसे कैसे खिच के कर चले जाएंगे’. उन लड़कों को इतना गुस्सा आया कि वो पत्थर फेंकने लगे. इस वाक्ये के बाद राज कपूर गुस्से से टमाटर की तरह लाल हो गए, जिसके बाद उनके दोस्तों ने मुझे कहा कि राज को अपने साथ रखिये. हम उस वक्त डर गए, क्योंकि राज गोरे थे और लाल हो गए थे, तो लगा कि इनका हार्ट फेल न हो जाए.
वरिष्ठ अभिनेत्री ने आगे कहा कि यह राज कपूर का दोस्त था, जिसने अपनी रिवॉल्वर से हवा में फायरिंग करके स्थिति को नियंत्रित किया. फिल्म की टीम भी यह जानकर हैरान रह गई कि गुस्साए छात्रों ने न केवल ट्रेन में उनके डिब्बे बल्कि पूरी ट्रेन को क्षतिग्रस्त कर दिया. बता दें कि तीसरी कसम बासु भट्टाचार्य द्वारा निर्देशित और गीतकार शैलेंद्र द्वारा निर्मित थी. यह फिल्म फणीश्वरनाथ रेणु की मारे गए गुलफाम पर आधारित थी और राज और वहीदा की एक साथ पहली फिल्म थी. जबकि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर राज करने में विफल रही, हालांकि इसे सर्वश्रेष्ठ फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था.