अलीगढ़: AMU में सेहत पर मंथन, पैकेज्ड पिज्जा, बर्गर, कोल्ड ड्रिंक पर लिखा हो चेतावनी लेवल
अलीगढ़: चेतावनी लेवल लगाने की मांग को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में भी उठी आवाज़. दरअसल, एफएसएसआई) ने वसा, चीनी और नमक से इंसान के स्वास्थ्य को होने वाले नुक़सान के आधार पर पैकेज्ड फूड के सामने की तरफ खाद्य सुरक्षा लेबल (एफओपीएल) लगाने का फैसला लिया था.
Aligarh News: गुटखा, सिगरेट, शराब के पैकेट पर स्वास्थ्य को लेकर के चेतावनी लिखी रहती है, उसी प्रकार से पिज्जा, बर्गर आदि पैकेज्ड खाद्य पदार्थों व पेय पदार्थों पर चेतावनी लेवल लगाने की मांग उठने लगी है. इसको लेकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में भी उठी आवाज़.
एफएसएसआई ने लिया था निर्णय : भारत के खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण यानी (एफएसएसआई) ने वसा, चीनी और नमक से इंसान के स्वास्थ्य को होने वाले नुक़सान के आधार पर पैकेज्ड फूड के सामने की तरफ खाद्य सुरक्षा लेबल (एफओपीएल) लगाने का फैसला लिया था लेकिन खाद्य उद्योग और उपभोक्ता समूहों को लेबल पर क्या कहना चाहिए, इस पर आम सहमति नहीं बन पाई है.
इन संगठनों ने किया मंथन : मानवाधिकार जननिगरानी समिति (पीवीसीएचआर) पीपुल्स इनिशिएटिव फॉर पार्टिसिपेटरी एक्शन ऑन फूड लेबलिंग (पीपल), सामाजिक कार्य और समाजशास्त्र विभाग, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और सामुदायिक चिकित्सा विभाग, सामाजिक कार्य विभाग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेघालय (यूएसटीएम), मेघालय और चाइल्डलाइन इंडिया ने अलीगढ़ में एक संयुक्त परामर्श का आयोजन ओल्ड बायज लाज, एएमयू में किया.
इन्होंने की शिरकत : पैकज्ड खाद्य पदार्थों पर चेतावनी लेवल पर हुए विचार मंथन में डाक्टर अली जाफर आब्दी, सहायक प्रोफेसर, सामुदायिक चिकित्सा जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज, सीईओ मानवाधिकार जननिगरानी समिति डॉ लेनिन रघुवंशी, कट्स इंटरनेशनल के सत्यपाल सिंह, रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन जेएनएमसीएच के डा मोहम्मद काशिफ, सोच-बियान्ड द इमेजिनेशन के डा. साइमन जूड, श्रुति नागवंशी संयोजक सावित्री बाई फुले महिला मंच आदि ने शिरकत की.सामाजिक कार्य विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर नसीम अहमद खान ने धन्यवाद ज्ञापित व कार्यक्रम का संचालन विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डा. एसएन फातिमा ने किया.
रिपोर्ट चमन शर्मा, अलीगढ़