एंबुलेंस में मरीज बनकर कर रहा था गांजा की सप्लाई, दो शातिर तस्करों को पुलिस ने दबोचा
पश्चिम बंगाल में एंबुलेंस के भीतर रोगी के वेश में गांजा की सप्लाई करनेवाले गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.पुलिस सूत्रों के मुताबिक उन्हें खबर मिली थी कि महानगर में बड़े पामाने पर गांजा की सप्लाई होनी है. तस्कर गांजा सप्लाई के लिए एंबुलेंस का इस्तेमाल कर रहे हैं.
पश्चिम बंगाल में एंबुलेंस के भीतर रोगी के वेश में गांजा की सप्लाई करनेवाले गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गये आरोपियों के नाम भोलानाथ सिंह उर्फ भोला (35) और आलोक कुमार साहू उर्फ मुन्ना (35) बताये गये हैं. एंबुलेंस से पुलिस ने 53 किलो 735 ग्राम गांजा जब्त किया गया है, जो तीन बैग में बरकर छिपाकर रखा हुआ था. गिरफ्तार एक आरोपी के पास से 1030 रुपये एवं दूसरे आरोपी के पास से 320 रुपये बरामद किया गया है.
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कैसे हुई गिरफ्तारी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक उन्हें खबर मिली थी कि महानगर में बड़े पामाने पर गांजा की सप्लाई होनी है. तस्कर गांजा सप्लाई के लिए एंबुलेंस का इस्तेमाल कर रहे हैं. इस जानकारी के बाद लालबाजार के एंटी नारकोटिक्स सेल की टीम शहर के विभिन्न इलाकों में संगिद्ध गतिविधि पर नजर रख रही थी. अचानक हेस्टिंग्स थानाक्षेत्र के जॉर्ज गेट के पास एक एंबुलेंस को संदिग्ध परिस्थिति में देखा गया. उसकी रफ्तार तय गति से काफी ज्यादा थी. यह देखकर संदेह के आधार पर पुलिस की टीम ने एंबुलेंस को रोककर चालक से पूछताछ करना शुरू किया. शक होने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
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बाइपास में मरीज को लाने के लिए एंबुलेंस किया गया था बुक
पुलिस को प्राथमिक जांच में पता चला कि गांजा सप्लायर आलोक ने एंबुलेंस चालक भोलानाथ को मोटी रकम देने का लालच देकर अपने साथ मिलाकर गांजा की सप्लाई के लिए पश्चिम मेदिनीपुर जिले से कोलकाता के लिए निकला था. गिरफ्तार आरोपी कोलकाता में किसे यह गांजा सप्लाई करनेवाले थे, इस बारे में दोनों से पूछताछ की जा रही है. इसके अलावा इनके साथ और कौन-कौन शामिल हैं, इस बारे में भी दोनों से पूछताछ की जा रही है.
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रिपोर्ट : विकास कुमार गुप्ता कोलकाता