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धनबाद के कुसुम विहार में जल संकट, पानी को तरस रहे लोग फिर भी निगम भेज रहा बिल

धनबाद शहर की रिहायशी कॉलोनियों में एक कुसुम विहार के लोग चार माह से बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं. दूसरी तरफ नगर निगम उन्हें लगातार पानी का बिल भेज रहा है. दरअसल, चार माह से कुसुम विहार में सप्लाई का पानी नहीं आ रहा है. इसकी चिंता न तो नगर निगम को है और न ही जनप्रतिनिधियों को.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 25, 2022 1:16 PM

Dhanbad news: धनबाद शहर की रिहायशी कॉलोनियों में एक कुसुम विहार के लोग चार माह से बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं. दूसरी तरफ नगर निगम उन्हें लगातार पानी का बिल भेज रहा है. दरअसल, चार माह से कुसुम विहार में सप्लाई का पानी नहीं आ रहा है. इसकी चिंता न तो नगर निगम को है और न ही जनप्रतिनिधियों को.

स्टील गेट के जलमीनार से पानी का 3900 कनेक्शन

बीसीसीएल मुख्यालय कोयला नगर से सटे कुसुम विहार फेज वन, फेज टू में एक हजार से अधिक घर हैं. लगभग 35 बहुमंजिला अपार्टमेंट है. स्टील गेट के पास एक जलमीनार है. इसकी क्षमता 15 लाख गैलन की है. इस जलमीनार से कुसुम विहार, सरायढेला, स्टील गेट, सहयोगी नगर, निलांचल कॉलोनी में पानी सप्लाई होती है. जलमीनार से लगभग 3900 पानी का कनेक्शन है. चार माह से कुसुम विहार में सप्लाई का पानी नहीं आ रहा है. इसकी चिंता न तो नगर निगम को है और न ही जनप्रतिनिधियों को. यहां ज्यादातर लोग बीसीसीएल के रिटायर्ड अधिकारी-कर्मी हैं.

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15 एमएलडी पानी बढ़ा, फिर भी जल का संकट

शहर में पानी का कनेक्शन लगातार बढ़ रहा है, लेकिन उसके अनुपात में पानी की सप्लाई नहीं बढ़ायी जा रही है. शहर को पहले 40 एमएलडी पानी मिलता था. 19 जल मीनारों से विभिन्न कॉलोनियों में आपूर्ति की जाती थी, लेकिन पानी पूरा नहीं पड़ता था. विधायक राज सिन्हा ने आवाज उठायी, तो 15 एमएलडी पानी बढ़ाया गया. इसके बावजूद शहर की कई कॉलोनियों में पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है. मुश्किल से 10 मिनट ही नल खुलता है और बंद हो जाता है. कुसुम विहार के लोगों का कहना है कि पानी की मात्रा बढ़ाने के बाद भी उन्हें पानी नहीं मिल रहा है. अगर इसकी सही से जांच हो तो बहुत बड़ा घोटाला सामने आ सकता है. यहां के रहने वाले संजय झा कहते हैं कि स्टील गेट से सीधे पाइप लाइन कुसुम विहार लगाया जाये तभी समस्या का समाधान हो सकता है. जलसंकट के विषय पर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास से मुलाकात की थी. उनके निर्देश पर सर्वे भी हुआ. लेकिन अब तक समाधान नहीं हुआ.

कुसुम विहार के लोगों ने क्या कहा

कुसुम विहार के लोगों का कहना है कि नगर निगम का मीटर तो लगा है, पर पानी नहीं मिलता है. पिछले चार माह से पानी के लिए तरस रहे हैं. एक कुआं है. कुआं में पानी स्टोर होने का इंतजार करते हैं. इसके लिए रतजगा करनी पड़ती है. जो पानी स्टोर होता है, उसे पंप के सहारे टंकी भरते हैं. चार माह से हमलोगों की यही जिंदगी हो गयी है. शिकायत करने पर सिर्फ आश्वासन मिलता है.

वहीं, ग्रामीणों ने कहा कि 1990 में कुसुम विहार कॉलोनी बसी. को-ऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी की जमीन है. इस जमीन पर लगभग 35 अपार्टमेंट बन गये हैं. कुछ और अपार्टमेंट भी बन रहे हैं. बहुमंजिला अपार्टमेंट तो बनाये गये, लेकिन वाटर हार्वेस्टिंग का पालन नहीं किया गया. लिहाजा यहां का पानी लेयर काफी नीचे चला गया है. लिहाजा यहां के लोग पूरी तरह सप्लाई के पानी पर निर्भर हैं.

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