गर्मी के दस्तक देते ही लोहरदगा में गहराने लगा जलसंकट, पेयजल के लिए दर-दर भटक रहे हैं ग्रामीण
सुबह होते ही ग्रामीण पानी की जुगाड़ लग जाते हैं. उन्हें एक किलोमीटर दूर स्थित चुआं से पानी लाना पड़ता है. महुआ टोली में 14वें वित्त आयोग से नाली निर्माण किया जा रहा हैं
बगड़ू पंचायत के महुआ टोली गांव में 30 घरों के लोगों के समक्ष पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है. गांव के लोगों के लिए पेयजल का एकमात्र सहारा मुख्यमंत्री जल नल योजना के तहत लगी जलमीनार थी, जो पिछले तीन महीने से अधिक समय से खराब पड़ी हुई है. गांव का एकमात्र चापानल भी वर्षों से खराब पड़ा है. महुआ टोली में एक कुआं भी है, जो वर्तमान में सूखने की कगार पर पहुंच गया है.
सुबह होते ही ग्रामीण पानी की जुगाड़ लग जाते हैं. उन्हें एक किलोमीटर दूर स्थित चुआं से पानी लाना पड़ता है. महुआ टोली में 14वें वित्त आयोग से नाली निर्माण किया जा रहा हैं, जिसके पटवन के लिए दो से तीन किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है. कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की छात्रा निभा कुमारी ने बताया कि पानी के लिए काफी परेशानी होती है.
गांव में पानी की काफी समस्या है. सारा काम छोड़ कर प्रतिदिन सबसे पहले पानी का जुगाड़ करना पड़ता है. ग्रामीण राजेंद्र उरांव, सोमरा उरांव, विकास टोप्पो, अनिता उरांव व बिहारी उरांव ने बताया कि गांव में पानी की काफी समस्या है. उन्होंने संबंधित विभाग से खराब पड़ी जलमीनार व चापानल को दुरुस्त कराने की मांग की है.