त्रिवेणी कैनाल के उतरी बांध से हो रहा पानी का रिसाव, पटना से पहुंची टीम ने दिया जल्द मरम्मती का निर्देश
पटना से पहुंची उड़नदस्ता टीम ने सिकटा नदी के टूटे पश्चिमी तटबंध का निरीक्षण किया. इस दौरान टीम ने त्रिवेणी कैनाल के उतरी बांध से हो रहा पानी का रिसाव को देखा. साथ ही, क्षतिग्रस्त स्थलों की मरम्मती अविलंब कराने का निर्देश दिया.
प्रखंड प्रमुख उत्कर्ष श्रीवास्तव के पहल पर पंचायत के सिकटा गांव स्थित सिकटा नदी के छठिया घाट के पास बाढ़ से टूटे हुए पश्चिमी तटबंध का निरीक्षण मंगलवार को पटना से आये जल संसाधन विभाग के उड़नदस्ता टीम ने किया. टूटे तटबंध और क्षति को देखते हुए तत्काल बांध की मरम्मती का निर्देश दिया. निर्देश मिलने के साथ ही काम भी शुरू कर दिया गया. उधर त्रिवेणी कैनाल के 384 आरडी के पास उतरी बांध से पानी का रिसाव देखकर उसके मरम्मती का निर्देश भी अधीनस्थ अधिकारियों को दिया. ग्रामीणों ने बताया कि बांध की मरम्मत नहीं होने से केवल उनका गांव ही नहीं बल्की आसपास के गांव के लोग भी बाढ़ में डूब सकते हैं. ऐसे में जल्द से जल्द मरम्मत का काम शुरू किया जाना चाहिए.
उड़नदस्ता टीम के अधीक्षण अभियंता अवधेश कुमार ने टूटे तटबंध के निरीक्षण के उपरांत कहा कि बाढ़ की पानी से किसानों को क्षति पहुंचेगी. ऐसे काम तो मनरेगा या पंचायत स्तर पर समय से पूर्व करवा लेना चाहिए. उधर सुगहा भवानीपुर पंचायत के मुखिया पति रूपेश कुमार गुप्ता, कठिया मठिया पंचायत के मुखिया पति तबरेज आलम समेत कई ग्रामीणों ने निरीक्षण टीम में आये अधिकारियों को बताया कि नहर का दोनों तरफ का तटबंध हर साल टूटता है. दक्षिणी तटबंध का मरम्मत तो कर दिया जाता है, लेकिन उत्तर तरफ वैसे ही छोड़ दिया जाता रहा है. किसान अपनी सुरक्षा को देख स्वयं मरम्मत करते हैं. क्षतिग्रस्त सभी स्थलों का मरम्मती बाढ़ निरोधात्मक कार्य के तहत अविलम्ब कराने का निर्देश अधिकारियों ने दिया. इसी के तहत सिकटा छठिया घाट पर बम्बू पाइलिंग कार्य के साथ बोरी में बालूभर कर शुरू किया गया है. टीम में कार्यपालक अभियंता चन्दन कुमार, कनीय अभियंता रितेश कुमार, ओमप्रकाश कुमार व नितेश कुमार के साथ प्रमुख मणि, ग्रामीण मोती यादव, बिष्णु रौनियार समेत कई अन्य लोग मौजूद रहे.