धनबाद : शहर के विकास के लिए नगर निगम की ओर से करोड़ों की योजनाएं निकलती है. टेंडर होता है, संवेदक को काम अवार्ड भी किया जाता. टेंडर निकालने व संवेदक को एग्रीमेंट कर काम अवार्ड करने तक नगर निगम में खूब तेजी दिखती है. जब योजनाओं को धरातल पर उतारने का समय होता है, तो न तो संवेदक की दिलचस्पी दिखती है और न ही नगर निगम के अधिकारियों की. इसका ताजा उदाहरण है बरमसिया व राजा तालाब के सौंदर्यीकरण का. 2.60 करोड़ की लागत से बरमसिया तालाब के सौंदर्यीकरण की गति ऐसी है कि कछुआ भी शरमा जाये. अगस्त में बरमसिया तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए तामझाम के साथ शिलान्यास किया गया. छह माह में सिर्फ तालाब का पानी निकाला गया, लेकिन अब तक गाद निकालने का काम पूरा नहीं हुआ है. तालाब के घाट पर एक तरफ पिलर का काम चल रहा है. लंबे समय से तालाब में पानी नहीं रहने के कारण आसपास के लोगों को काफी परेशानी हो रही है. बस्ती वालों के लिए पानी के लिए एकमात्र स्रोत तालाब ही है.
धनबाद के सरायढेला स्थित राजा तालाब में अब तक सौंदर्यीकरण का काम शुरू नहीं हुआ. तालाब की क्यारी काटकर पानी तो निकाल दिया गया, लेकिन गाद निकालने का काम शुरू नहीं हुआ. 2.20 करोड़ की लागत से राजा तालाब का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है. सितंबर माह में राजा तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए तामझाम के साथ शिलान्यास किया गया. छह माह हो गये, लेकिन काम की गति काफी धीमी है. सितंबर माह तक काम पूरा करना आसान नहीं है. आसपास के बस्ती के लोगों के लिए पानी का एकमात्र स्रोत राजा तालाब है. तालाब से पानी निकल जाने के कारण उन्हें भी काफी परेशानी हो रही है.
क्या कहते हैं अधिकारी
एनआइटी के अनुसार सौंदर्यीकरण का काम कराया जा रहा है. अभियंता व संवेदक को काम में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है. महापर्व छठ को लेकर काफी दिनों तक काम बंद रखा गया था. एक साल में काम पूरा करने की डेड लाइन है. समय पर काम पूरा कराने का प्रयास होगा.
चमकलाल मंडल, कार्यपालक अभियंता, नगर निगम
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