WB KIFF : दर्शकों को पसंद आ रही तमिल फिल्म ‘सायावनम’
सभी तूफानों का मुकाबला कर लेती है. निर्देशक अनिल कुमार की सायावनम 90 मिनट लंबी तमिल फिल्म है. कहानी सीता के इर्द-गिर्द घूमती है, जो सभी सामाजिक और धार्मिक मानदंडों का पालन करते हुए एक अच्छा जीवन जीने की कोशिश करती है.
तमिल फिल्म ‘सायावनम’ 29वें कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (29th Kolkata International Film Festival ) में प्रदर्शित की जा रही है. यह फिल्म इंडियन लैंग्वेज प्रतियोगिता में भी शामिल है. इस फिल्म के निर्देशक अनिल कुमार ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस फिल्म का चित्रण इस वास्तविकता पर आधारित है कि प्राचीन काल से ही महिलाओं और पारिस्थितिकी तंत्र का पुरुषों द्वारा अपनी सनक के लिए शोषण किया जाता रहा है. फिर भी नारी हिम्मत नहीं हारती है. इस फिल्म के मुख्य किरदार में सीता नारी शक्ति और वीरता की प्रतिमूर्ति बनकर उभरती है. इस फिल्म में दो पुरुषों की प्रतिद्वंद्विता और पैसे की हवस के आगे एक महिला के मान-सम्मान, स्वाभिमान और सपनों के बिखरने का मार्मिक सीन है, जो महिलाओं के दिल को स्पर्श करता है.
चेरापूंजी (मेघालय) के हरे-भरे चारागाहों और नैसर्गिक प्राकृतिक सौंदर्य के बीच फिल्मायी गयी यह फिल्म दर्शकों को काफी पसंद आ रही है. इसमें नायिका सीता का किरदार काफी मासूम दिखाया गया है, जो विरोधियों के हाथों एक परिवर्तन से गुजरती है और एक अधिक मजबूत व्यक्तित्व के रूप में विकसित होती है. सभी तूफानों का मुकाबला कर लेती है. निर्देशक अनिल कुमार की सायावनम 90 मिनट लंबी तमिल फिल्म है. कहानी सीता के इर्द-गिर्द घूमती है, जो सभी सामाजिक और धार्मिक मानदंडों का पालन करते हुए एक अच्छा जीवन जीने की कोशिश करती है.
अपने आसपास के पुरुषों के असली उद्देश्य को उजागर करते हुए वह एक मजबूत व विजयी महिला के रूप में उभरती है. निर्देशक ने पहले ही विभिन्न भाषाओं में 40 फिल्मों का निर्देशन किया है. सायावनम से उन्होंने तमिल फिल्मों में डेब्यू किया. फिल्म के कलाकारों में संतोष दामोदरन, देवानंद एसएस और सौंदर्या राजा शामिल हैं. इस फिल्म का संगीत श्री पॉली वर्गीस ने तैयार किया है. फिल्म के निर्माता संतोष दामोदरन हैं.
Also Read: ‘संविधान को धोखा दिया गया’, महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता जाने पर बोलीं ममता बनर्जी