WB News: भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर अपराधियों ने किया BSF पर हमला, दो जवान घायल, हथियार भी छीने

मुर्शिदाबाद में भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर रविवार को बांग्लादेशी अपराधियों ने बीएसएफ जवानों पर हमला कर दिया. इस हमले में दो जवान बुरी तरह से घायल हुए हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2023 7:47 AM

कोलकाता. मुर्शिदाबाद में भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर रविवार को बांग्लादेशी अपराधियों के हमले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवान बुरी तरह जख्मी हो गये. हमला करने वाले अपराधी दोनों जवानों के हथियार लूट कर बांग्लादेश भाग निकले. घायल जवानों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

किसानों ने की थी बीएसएफ से शिकायत

बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि मुर्शिदाबाद स्थित सीमा चौकी निर्मलचर अंतर्गत आने वाले इलाके के भारतीय किसानों ने बीएसएफ की 35वीं बटालियन के समक्ष शिकायत की थी कि कुछ दिनों से बांग्लादेश के अपराधी उनके खेतों में घुसकर अपने पशु चराते हैं और जानबूझकर उनकी फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं. विरोध करने पर उन्हें बुरे परिणाम भुगतने की धमकी देते हैं.

दो जवान हमले में हुए घायल

किसानों की परेशानी के मद्देनजर बीएसएफ की 35वीं बटालियन की ओर से अस्थायी तौर पर सीमा के नजदीक एक चौकी स्थापित की गयी, ताकि भारतीय किसान भयमुक्त होकर खेती का काम बखूबी कर सकें. रोज की तरह रविवार को भी सीमा चौकी निर्मलचर में बीएसएफ के जवान सीमा पर अपनी ड्यूटी पर तैनात थे. सुबह 9.45 बजे के करीब बांग्लादेश की ओर से लगभग 100 लोग धारदार हथियार व डंडे लेकर भारतीय सीमा में घुस आये.

अपराधियों ने भारतीय सीमा में घुसकर लाठी, डंडों और धारदार हथियारों से जवानों पर हमला कर दिया. इधर, बीएसएफ की अन्य टुकड़ी भी मौके पर पहुंची और अपराधियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की. बीएसएफ की कार्रवाई के बाद बांग्लादेशी अपराधी वहां से भाग निकले, लेकिन हमले में बीएसएफ के दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गये हैं. अपराधियों ने उनका हथियार भी छीन लिया है.

बीएसएफ ने बीजीबी को घटना से कराया अवगत

घटना की सूचना मिलते ही बीएसएफ के अधिकारियों ने बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के अधिकारियों को घटना से अवगत करवाया और फ्लैग मीटिंग आयोजित करने को कहा, ताकि बांग्लादेशी अपराधियों से जवानों के हथियारों को प्राप्त किया जा सके और इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके. इसके पहले भी भारत-बांग्लादेश सीमावर्ती इलाके में भारतीय किसानों की फसलें बर्बाद करने और बांग्लादेशियों द्वारा जबरन भारतीय जमीन पर अपने मवेशी चराने की कई घटनाएं हो चुकी हैं.

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