हम तदर्थ समिति और मंत्रालय के निलंबन को नहीं मानते, नेशनल चैंपियनशिप होगी, WFI अध्यक्ष संजय सिंह ने भरी हुंकार
भारतीय कुश्ती महासंघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि वह मंत्रालय के निलंबन के फैसले और तदर्थ समिति को नहीं मानते है. उनका पैनल चुनाव जीतकर आया है. चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से हुई है. इसको इस प्रकार निलंबित करना सही नहीं है.
भारतीय कुश्ती पर छाये संकट के बादल हटने का नाम नहीं ले रहे और अब निलंबित डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष संजय सिंह ने सोमवार को कहा कि वे तदर्थ समिति या खेल मंत्रालय द्वारा लगाये गए निलंबन को नहीं मानते और राष्ट्रीय चैंपियनशिप का आयोजन करेंगे. भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के चुनाव के तीन दिन बाद ही मंत्रालय ने महासंघ को निलंबित कर दिया. सरकार के अनुरोध पर भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने तीन सदस्यीय पैनल का गठन किया जिसके अध्यक्ष भूपेंदर सिंह बाजवा होंगे. समिति के अन्य सदस्यों में पूर्व हॉकी खिलाड़ी एम एम सोमाया और पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी मंजूषा कंवर हैं. तदर्थ समिति ने सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप दो से पांच फरवरी को जयपुर में कराने का ऐलान किया है.
संजय सिंह ने कही यह बात
बूजभूषण शरण सिंह के करीबी माने जाने वाले नये अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा, ‘हमारा चुनाव लोकतांत्रिक ढंग से हुआ है. निर्वाचन अधिकारी ने कागजों पर दस्तखत किये जिसे वे कैसे अनदेखा कर सकते हैं. हम इस तदर्थ समिति को नहीं मानते.’ यह पूछने पर कि राष्ट्रीय चैंपियनशिप कैसे होगी, उन्होंने कहा, ‘हम इस निलंबन को नहीं मानते. तदर्थ समिति राष्ट्रीय चैंपियनशिप का आयोजन कैसे करेगी अगर हमारे प्रदेश संघ टीमें ही नहीं भेजेंगे. हम जल्दी ही अपनी राष्ट्रीय चैंपियनशिप का आयोजन करेंगे. हम जल्दी ही कार्यकारी समिति की बैठक बुलायेंगे. इसका नोटिस एक या दो दिन में भेज दिया जायेगा.’
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कुश्ती शिविर 9 फरवरी से सोनीपत और पटियाला में
पुरुष और महिला पहलवानों के लिए राष्ट्रीय कुश्ती शिविर नौ फरवरी से क्रमश: सोनीपत और पटियाला में शुरू होगा. कुश्ती के संचालन के लिए भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) द्वारा गठित तदर्थ समिति ने सोमवार को यह जानकारी दी. एशियाई ओलंपिक क्वालीफाइंग और विश्व क्वालीफाइंग टूर्नामेंटों को देखते हुए पांच फरवरी को जयपुर में सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप के समापन के तुरंत बाद शिविर शुरू होंगे.
भारतीय वुशु संघ के अध्यक्ष भूपेंदर सिंह बाजवा हैं तदर्थ समिति के अध्यक्ष
तदर्थ समिति की अगुआई भारतीय वुशु संघ के अध्यक्ष भूपेंदर सिंह बाजवा कर रहे हैं जबकि पूर्व हॉकी खिलाड़ी एमएम सोमाया और पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी मंजूषा कंवर इसके सदस्य हैं. चुनाव के तीन दिन के भीतर संजय सिंह की अगुआई वाले भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) को निलंबित किए जाने के बाद तदर्थ समिति कुश्ती से जुड़े महत्वपूर्ण फैसले कर रही है. बाजवा ने बयान में कहा, ‘सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशप के समापन के बाद राष्ट्रीय कोचिंग शिविर आयोजित किया जाएगा. पुरुष शिविर (ग्रीको रोमन और फ्रीस्टाइल) साइ एनआरसी सोनीपत जबकि महिला शिविर पटियाला के साइ एनएसएनआईएस में होगा.’
शिविर 2024 पेरिस ओलंपिक तक चलेगा
राष्ट्रीय शिविर में फ्री स्टाइल, ग्रीको रोमन और महिला वर्ग में 30 वजन वर्ग में पहलवान हिस्सा लेंगे. सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप का आयोजन दो से पांच फरवरी तक रेलवे खेल संवर्धन बोर्ड कर रहा है. बाजवा ने कहा, ‘शिविर 2024 पेरिस ओलंपिक तक चलेगा और इसका मुख्य उद्देश्य पहलवानों को आगामी ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट के लिए प्रशिक्षण देना होगा.’ उन्होंने कहा, ‘इन टूर्नामेंट में किर्गिस्तान के बिशकेक में 19 से 21 अप्रैल तक होने वाला 2024 एशियाई क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट और तुर्की के इस्तांबुल में नौ से 12 मई 2024 तक होने वाला विश्व क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट शामिल है.’
सीनियर एशियाई चैंपियनशिप के लिए पहलवानों को मिलेगा समय
राष्ट्रीय शिविर के जरिए पहलवानों को 11 से 16 अप्रैल तक बिशकेक में होने वाली सीनियर एशियाई चैंपिनशिप की तैयारी का भी मौका मिलेगा. ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक तथा विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता विनेश फोगाट की अगुआई में देश के शीर्ष पहलवानों के डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध के कारण पिछले साल अधिकांश समय विभिन्न आयु वर्ग के राष्ट्रीय शिविर प्रभावित रहे थे. बृजभूषण के खिलाफ शीर्ष पहलवानों ने महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था.