Alert For MOCHA: 9 मई को चक्रवाती तूफान में तब्दील होगा साइक्लोन मोचा, बंगाल समेत कई क्षेत्रों में अलर्ट

चक्रवात मोचा को लेकर आईएमडी ने अलर्ट जारी किया है. मौसम पूर्वानुमान है कि 9 मई को चक्रवात मोचा, चक्रवाती तूफान में तब्दील होगा. ऐसे में मछुआरों को 7 मई से दक्षिण-पूर्व और बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने की सलाह दी गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 6, 2023 11:01 AM

West Bengal Weather Update: चक्रवात मोचा को लेकर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने शुक्रवार को कहा कि चक्रवात 6 मई तक दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में बन सकता है. वहीं, अलीपुर स्थित मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि शनिवार छह मई को दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवात बनेगा. चक्रवात रविवार, 7 मई को एक दबाव का क्षेत्र बन जायेगा. यह सोमवार, 8 मई को एक गहरे दबाव के रूप में विकसित होगा और उत्तर की ओर मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ेगा.

भारी बारिश की संभावना

निम्न दबाव के कारण अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश की संभावना है. निकोबार द्वीप समूह में 7 मई को भारी बारिश की संभावना है. 8 और 9 तारीख को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. 7 मई को दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और पास के अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर में 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है. आठ और नौ तारीख को हवा की गति 70 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है.

मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह

आईएमडी ने दक्षिण-पूर्व और आस-पास के क्षेत्रों के लिए भी अलर्ट जारी किया है, जिसमें मछुआरों को सात मई से दक्षिण-पूर्व और बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने की सलाह दी गयी है, और यदि वे बीच के समुद्र में गये हैं, तो रविवार तक तट पर लौट आने का निर्देश दिया गया है.

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चक्रवात से निपटने के लिए पश्चिम बंगाल प्रशासन तैयार

पश्चिम बंगाल के तीन तटीय जिलों- दक्षिण और उत्तर 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर में नियंत्रण कक्ष स्थापित किये गये हैं. अधिकारी 24 घंटे स्थिति की निगरानी करेंगे. हालांकि, अभी तक चक्रवात का बंगाल में कोई प्रभाव पड़ने की आशंका जाहिर नहीं की गयी है. लेकिन फिर भी राज्य सरकार ने तैयारी पूरी कर ली है. राज्य सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि नदी के तटबंधों को मजबूत करना, चक्रवात आश्रयों को तैयार रखना और राहत सामग्री का स्टॉक करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता होगी. गौरतलब है कि इससे पहले मुख्य सचिव एचके द्विवेदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान जिलाधिकारियों को तूफान से पहले की जाने वाली तैयारियों के बारे में विस्तार से निर्देश दिये हैं.

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