अम्फान और निसर्ग जैसे प्रचंड तूफान की चेतावनी, बंगाल व ओड़िशा में मच सकती है तबाही
बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवात के बनने और 27 मई को उसके पूर्वी तट से टकराने की आशंका है.
कोलकाता (मधु सिंह): पश्चिम बंगाल में वर्ष 2020 में तबाही मचाने वाले अम्फान और ओड़िशा के तट से टकराने वाले निसर्ग जैसा प्रचंड चक्रवातीय तूफान बंगाल की खाड़ी में बन रहा है, जो 27 मई को तट से टकरा सकता है. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवात के बनने और 27 मई को उसके पूर्वी तट से टकराने की आशंका है.
मंत्रालय के सचिव एम राजीवन ने कहा कि 23 मई को बंगाल की खाड़ी में चक्रवात परिसंचरण बनने का अनुमान है. इसके चक्रवात में तब्दील होने और पश्चिम बंगाल तथा ओड़िशा के तट से टकराने का आशंका है. उन्होंने कहा कि यह ‘ताउ ते’ चक्रवात की तरह प्रचंड नहीं होगा, जो बेहद विकराल चक्रवातीय तूफान का रूप ले चुका था.
मॉनसून से पहले के महीनों अप्रैल-मई में पूर्वी और पश्चिमी तट पर अक्सर चक्रवात बनते देखे जाते हैं. मई 2020 में पूर्वी तट पर विकराल चक्रवातीय तूफान ‘अम्फान’ और पश्चिमी तट पर प्रचंड चक्रवातीय तूफान ‘निसर्ग’ ने दस्तक दी थी. पश्चिम बंगाल में चक्रवातीय तूफान ‘यश’ को लेकर 23 से 25 मई के बीच अलर्ट जारी किया गया है.
कोलकाता के अलीपुर स्थित मौसम विभाग ने बुधवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि एक ‘सुपर साइक्लोन’ के 23 मई से 25 मई के बीच सुंदरबन क्षेत्रों में दस्तक देने और संभवतः बांग्लादेश की ओर बढ़ने की संभावना है. मौसम विभाग ने कहा कि ओमान ने इस चक्रवाती तूफान को ‘यश’ नाम दिया है, जिसकी तीव्रता अम्फान के बराबर हो सकती है.
अम्फान तूफान ने पिछले साल 19 मई को लॉकडाउन के दौरान कोलकाता और आसपास के इलाकों को तबाह कर दिया था. हालांकि, मौसम विभाग ‘यश’ की हवा की दिशा और गति के बारे में निश्चित नहीं है, लेकिन उन्होंने कहा कि पूर्वी मध्य खाड़ी और उसके आसपास के क्षेत्रों में एक कम दबाव बना हुआ है. जिस तरह से हर दिन इसकी ताकत बढ़ रही है, हफ्ते के अंत तक लैंडफॉल बनाने से पहले ये एक सुपर साइक्लोन में बदल सकता है.
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कम दबाव का क्षेत्र बनेगा
भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि 23 मई, 2021 के आसपास पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. हालांकि, अधिकारियों की राय है कि सुंदरबन के रास्ते जमीन पर प्रवेश करने के बाद तूफान बांग्लादेश की ओर बढ़ सकता है. इसी के मद्देनजर विभाग पहले ही मछुआरों को 23 मई को समुद्र में न जाने की चेतावनी जारी कर चुका है.
विभाग के अधिकारियों ने बताया कि डिप्रेशन बनने से कोलकाता, दक्षिण और उत्तर 24 परगना समेत गांगेय पश्चिम बंगाल के इलाकों में तापमान बढ़ रहा है और इसके और बढ़ने की संभावना है. मौसम विभाग ने कहा पिछले 24 घंटे में तापमान पांच डिग्री तक बढ़ चुका है. अगले कुछ दिनों में यह 40 डिग्री तक पहुंच सकता है. उमस भी ज्यादा है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है. ये सब डिप्रेशन के परिणाम हैं.
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एक महीने में भारत में दो चक्रवात
एक महीने में भारत में यह दूसरा चक्रवात होगा. फिलहाल चक्रवात ताउ ते का प्रकोप गुजरात, महाराष्ट्र और दमन एवं दीव झेल चुके हैं. अब ये तूफान हल्का पड़ते हुए राजस्थान की तरफ बढ़ रहा है, जो अरब सागर के ऊपर बना था. चक्रवात के कारण मुंबई, कोंकण, गुजरात के कुछ हिस्सों, कर्नाटक और केरल में भी मूसलाधार बारिश हुई.
Posted By: Mithilesh Jha