Wedding news: पूर्णिया में पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में 32 मामलों की सुनवाई की गयी. इनमें से सात मामलों में पति-पत्नी को समझा-बुझाकर उनका घर फिर से बसा दिया गया. मामले को सुलझाने में केंद्र के सदस्य दिलीप कुमार दीपक, स्वाति वैश्ययंत्री, रविंद्र शाह, प्रमोद जायसवाल, एएसआइ शकीला खातून एवं कार्यालय सहायक नारायण गुप्ता ने अहम भूमिका निभायी.
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जानकीनगर थाना क्षेत्र के रामपुर तिलक का एक पति ने बताया कि उसका विवाह 20 साल पहले हुआ है. पांच बच्चे हैं. पांच बच्चों को छोड़कर उसकी पत्नी भाग गयी है. पत्नी मधेपुरा जिले की उदाकिशनगंज की रहनेवाली है. उसके बच्चे मां के लिए तरस रहे हैं. उसे उसकी पत्नी से मिला दिया जाये. वह विदाई के लिए ससुराल गया था, लेकिन उसके साले ने उसे मारपीट कर भगा दिया. केंद्र द्वारा मामले को सुन कर दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर मिला दिया गया.
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सरसी थाना क्षेत्र की एक बीवी की शिकायत थी कि नगर थाना क्षेत्र स्थित उसका पति दहेज के लिए उसे प्रताड़ित करता है. केंद्र की पहल से दोनों पक्षों की रजामंदी से मामला सुलझा लिया गया. केनगर थाना क्षेत्र के गणेशपुर निवासी एक पति की शिकायत थी कि विवाह के चार साल बाद उसकी पत्नी रुपये लेकर अचानक भाग गयी. मरंगा थाना क्षेत्र की पत्नी ने कहा कि उसका पति जुआ खेलता है. मना करने पर मारपीट करता है. अगर मारपीट नहीं करें, तो वह मिलने को तैयार है.
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केनगर चकला की एक बीवी का आरोप था कि उसके पति ने उसे मारपीट कर भगा दिया है और उसकी गैर हाजिरी में दूसरा विवाह कर लिया. वहीं, पति का कहना था कि उसकी बीवी उसे बगैर बताये अक्सर मायके भाग जाती है. इसलिए उसने ऐसा किया. केंद्र के समझाने पर अपनी पहली बीवी को सम्मान के साथ घर में रखने और कभी भी बदसलूकी नहीं करने का भरोसा दिलाया.