कोलकाता : कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए पश्चिम बंगाल बंद है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जनता को यह भरोसा दिया है कि हम इसका पूरा ध्यान रख रहे हैं कि जरूरी सामान की कमी ना हो. ममता बनर्जी ने कहा, सभी पुलिस स्टेशन को यह जिम्मेदारी निभानी होगी कि राशन की कमी ना हो. सभी पुलिस स्टेशन को यह जिम्मेदारी लेनी होगी कि वह घर के दरवाजे तक खाना पहुंचाये.
राशन सही तरीके से घरों तक पहुंच रहा है या नहीं इसकी पूरी देखरेख जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक द्वारा किया जायेगा. देशभर में कोरोना के कई नये मामले सामने आये हैं. ऐसे में सभी लोगों को घरों के अंदर रहने का आदेश दिया गया है. केन्द्र और राज्य सरकार ऐहतियात के तौर पर कोरोना से लड़ाई में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी लागातार राज्य के हालात पर नजर बनाये हुए हैं.
इससे पहले भी उन्होंने कोलकाता मेडिकल कॉलेज का दौरा किया और वहां की स्थिति का जायजा लिया था. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि राज्य में लॉकडाउन जिसकी अवधि 27 मार्च रात 12 बजे तक थी, अब उसे 31 मार्च तक बढ़ा दी गयी है. लॉकडाउन अब पूरे राज्य में लागू होगा. राज्य सचिवालय, नबान्न में इसकी घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थिति की भयावहता को देखते हुए लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने का फैसला लिया गया है.
उन्होंने बताया कि अब कोरोना वायरस महज चार दिनों में एक लाख लोगों तक पहुंचने की क्षमता रखता है. मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य सरकार की ओर से पहले ही 8.85 करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन दिया जा रहा था. अब सरकार की ओर से ‘प्रचेष्टा’ नामक योजना शुरू की गयी है. इसके तहत ऐसे लोग जिनकी आय मौजूदा स्थिति में बंद हो गयी है,उन्हें सरकार एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता देगी. विशेषकर असंगठित क्षेत्र से जुड़े लोगों को मौजूदा स्थिति में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा