Bengal Chunav 2021 : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में महिला उम्मीदवारों की संख्या बढ़ सकती है. राज्य में इस बार महिला वोटरों को आकर्षित करना ही सभी पार्टियों का प्रथम लक्ष्य है, क्योंकि यहां के कुल 7.30 करोड़ मतदाताओं में 49 प्रतिशत मतदाता महिलाएं हैं. ऐसे में इन महिलाओं के वोट को ध्यान में रखते हुए इस बार चुनाव में महिला उम्मीदवारों की संख्या भी बढ़ सकती है.
बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस हमेशा ही महिलाओं को भारी संख्या में उम्मीदवार बनाती रही है. टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी की हालिया घोषणाओं से यह स्पष्ट है कि इस बार भी तृणमूल कांग्रेस पिछले बार की तुलना में अधिक महिला उम्मीदवार उतारेगी. महिलाओं पर भरोसा जताने में भाजपा भी पीछे नहीं है. लोकसभा चुनाव में भाजपा ने यहां 18 सीटें जीती हैं. इनमें दो महिला सांसद भी हैं.
इन दो महिला सांसदों में से एक को भाजपा ने केंद्रीय मंत्री बनाया है. इससे यह स्पष्ट है कि महिला सशक्तिकरण के लिए भाजपा भी प्रतिबद्ध है और इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा भी अधिक संख्या में महिला उम्मीदवारों को चुनाव में उतार सकती है.
गौरतलब है कि राज्य के कुल मतदाताओं में महिला मतदाताओं की संख्या 49 फीसदी से अधिक है. 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य के 6.98 करोड़ मतदाताओं में से 3.39 करोड़ या लगभग 48 फीसदी मतदाता महिलाएं थीं और विधानसभा चुनाव के पहले बनायी गयी मतदाता तालिका में महिलाओं की संख्या बढ़ कर 3.57 करोड़ पहुंच गयी है, जो राज्य के कुल मतदाता 7.32 करोड़ का लगभग 49 प्रतिशत है. इसका मतलब साफ है किसी भी प्रत्याशी को जीत के लिए महिला मतदाताओं को अपने पक्ष में करना होगा. ऐसे में सभी पार्टियां महिला उम्मीदवारों की संख्या बढ़ाने जा रही हैं
बीते चुनाव का रिकॉर्ड- साल 2011 में तृणमूल कांग्रेस के लिए चुनाव लड़ने वाली महिला उम्मीदवारों की संख्या 31 फीसदी थी, जबकि 2016 में यह संख्या बढ़ कर 45 फीसदी हो गयी थी. 2016 में तृणमूल कांग्रेस ने पहली बार इतनी अधिक संख्या में महिलाओं को अपना उम्मीदवार बनाया था. 2016 के बंगाल विधानसभा में 39 महिलाएं विधायक बनी हैं, जबकि पिछली विधानसभा में इनकी संख्या 33 थी.
Posted By : Avinish kumar mishra