Bengal Chunav 2021 : केंद्र में कांग्रेस के दोस्त बंगाल चुनाव में क्यों हो रहे दुश्मन? शिवसेना, तेजस्वी और अखिलेश दे रहे ममता का साथ
west bengal assembly election 2021 : बंगाल में चुनावी रणभेरी बजने के साथ ही यूपी, बिहार और महराष्ट्र की पार्टी शिवसेना और राजद-सपा ने सत्ताधारी दल टीएमसी को सपोर्ट किया है. वहीं तीनों दलों के ममता के समर्थन से सबसे बड़ा नुकसान कांग्रेस को हो सकता है. कांग्रेस पार्टी महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ और बिहार में राजद को साथ गठबंधन में है.
Bengal Chunav 2021 : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव, अखिलेश यादल और उद्धव ठाकरे ने तृणमूल कांग्रेस के प्रमुख ममता बनर्जी को समर्थन दिया है. तीनों पार्टी के समर्थन के एलान से सबसे बड़ा झटका कांग्रेस को लगा है. बता दें कि राष्ट्रीय स्तर पर तीनों पार्टी हमेशा से कांग्रेस को ही समर्थन देती रही है.
बता दें कि बंगाल में चुनावी रणभेरी बजने के साथ ही यूपी, बिहार और महराष्ट्र की पार्टी शिवसेना और राजद-सपा ने सत्ताधारी दल टीएमसी को सपोर्ट किया है. वहीं तीनों दलों के ममता के समर्थन से सबसे बड़ा नुकसान कांग्रेस को हो सकता है. कांग्रेस पार्टी महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ और बिहार में राजद को साथ गठबंधन में है.
करीब 45 लाख वोटर्स– बताते चलें कि पश्चिम बंगाल में करीब 45 लाख हिंदी भाषी वोटर हैं, जिसका करीब 4-5 सीटों पर सीधा असर है. वहीं खड़गपुर बेल्ट में शिवसेना का भी जनाधार है. ऐसे में इन दलों द्वारा दिए गए समर्थन से ममता बनर्जी को चुनाव से पहले बड़ी राहत मिली है, कांग्रेस को इसका नुकसान आगामी चुनाव में हो सकता है. वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने भी इस तरह के समर्थन को लेकर टीएमसी पर निशाना साधा है.
कांग्रेस का है लेफ्ट से गठबंधन- पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और लेफ्ट मिलकर चुनाव लड़ रही है. बंगाल में लेफ्ट 165 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि 92 सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी. वहीं पीरजादा की पार्टी इंडियन सेकुलर फ्रंट 30 सीटों पर कैंडिडेट उतारेगी.
Posted By : Avinish kumar mishra