कोलकाता: पश्चिम बंगाल की चार विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव के 72 घंटे पहले बुधवार शाम पांच बजे चुनाव प्रचार थम गया. दक्षिण 24 परगना की गोसाबा, उत्तर 24 परगना की खड़दह, नदिया की शांतिपुर एवं कूचबिहार की दीनहाटा सीट पर होनेवाले उपचुनाव के लिए तृणमूल, भाजपा सहित अन्य पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी.
चुनाव आयोग ने कड़ी सुरक्षा के बीच उपचुनाव कराने का ऐलान किया है. सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बल के जवानों की तैनाती होगी. चारों विधानसभा सीटों पर केंद्रीय बलों की 92 कंपनियां तैनात की जायेंगी. चुनाव परिणाम दो नवंबर को घोषित होगा.
केंद्रीय बल के जवानों में सीआरपीएफ के अलावा बीएसएफ, एसएसबी और आईटीबीपी के जवान भी मौजूद रहेंगे. वे उपचुनाव की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे. चुनाव आयोग ने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बल के जवानों की तैनाती की जायेगी. साथ ही मतदान के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का भी पूरी तरह से पालन किया जायेगा.
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विधानसभा चुनाव में पराजय का सामना करने वाली भाजपा के लिए यह उपचुनाव चुनौतीपूर्ण होगा. उसके कई विधायकों ने पार्टी छोड़ी है. दूसरी ओर, भवानीपुर सहित तीन विधानसभा सीटों के उपचुनाव में तृणमूल को जीत हासिल हुई है.
मार्च-अप्रैल में हुए बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने से पहले ही खड़दह विधानसभा क्षेत्र के तृणमूल उम्मीदवार काजल सिन्हा का निधन हो गया था. इससे यह सीट खाली हुई थी. दूसरी तरफ, भाजपा के दो सांसदों जगन्नाथ सरकार व निशीथ प्रमाणिक ने चुनाव जीतने के बाद विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था. शांतिपुर व दीनहाटा निर्वाचन क्षेत्र इस कारण खाली हो गया था. वहीं, गोसाबा में तृणमूल विधायक जयंत नस्कर का निधन होने से सीट खाली थी.
Posted By: Mithilesh Jha