Bengal Chunav 2021: TMC के नये स्लोगन में पूजा की थाल, रसगुल्ला और…, क्या हैं इसके मायने
पश्चिम बंगाल (west bengal) की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने अपना नया स्लोगन (tmc new slogan) शनिवार को तृणमूल भवन में जारी किया. इस अवसर पर एक बड़ा बैनर जारी किया गया. नीले रंग के बैकग्राउंड वाले इस पोस्टर पर एक बड़ी सी तस्वीर ममता बनर्जी (mamata banerjee) की है. तस्वीर के बगल में ह्वाइट स्पेस में काली स्याही से लिखा गया है - बांग्ला निजेर मेयेकेई चाय (bangla nijer meyekei chay).
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की सत्ता पर काबिज ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (All India Trinamool Congress) के सोशल मीडिया पेज (फेसबुक, ट्विटर) का मेकओवर हो गया है. तृणमूल का पोस्टर बदल गया है. नये स्लोगन में पूजा की थाल, रसगुल्ला और बंगाल के अन्य प्रतीकों के जरिये बंगाल के सेंटिमेंट को छूने की कोशिश की गयी है.
पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने अपना नया स्लोगन शनिवार को तृणमूल भवन में जारी किया. इस अवसर पर एक बड़ा बैनर जारी किया गया. नीले रंग के बैकग्राउंड वाले इस पोस्टर पर एक बड़ी सी तस्वीर ममता बनर्जी की है. तस्वीर के बगल में ह्वाइट स्पेस में काली स्याही से लिखा गया है – बांग्ला निजेर मेयेकेई चाय.
तृणमूल कांग्रेस के इस स्लोगन का अर्थ है बंगाल अपनी बेटी को ही चाहता है. यानी बंगाल एक बार फिर अपनी बेटी को ही राज्य की सत्ता पर बैठायेगा. अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस के इस बैनर पर ममता बनर्जी के पीछे तिरंगा भी बनाया गया है. तृणमूल कांग्रेस का चुनाव चिह्न जोड़ा फूल भी है.
इस बार बंगाल चुनाव में बंगाल की अस्मिता और उसकी पहचान की बार-बार चर्चा हो रही है. तृणमूल कांग्रेस ने अपने नये प्रचार अभियान में बंगाल की पहचान को भी आत्मसात करने की कोशिश की है. इसलिए ममता बनर्जी के अलावा एक प्लेट में सजाकर रसगुल्ला को रखा गया है. हैंडलूम के साथ-साथ कुछ अन्य चीजें भी दर्शायी गयी हैं.
एक पूजा की थाली है, जिसमें रंगोली बनाने का सामान है, तो उसमें रंग-बिरंगे फूल भी हैं. इसी थाली में एक कटोरी में तेल है, जिसमें डूबी हुई बाती है. उल्लेखनीय है कि ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने बांग्लार गर्व ममता और दीदी के बोलो के बाद अब नया स्लोगन लांच किया है.
तृणमूल कांग्रेस का यह स्लोगन कमोबेश उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के स्लोगन से मिलता-जुलता है. उत्तर प्रदेश में तब की सत्तारूढ़ पार्टी समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस के साथ वर्ष 2017 के चुनाव में गठबंधन किया था. इस गठबंधन का चुनावी प्रबंधन प्रशांत किशोर उर्फ पीके देख रहे थे. तब नारा दिया गया था – यूपी को लड़कों का साथ पसंद है.
उल्लेखीय है कि पश्चिम बंगाल में अप्रैल-मई में चुनाव होने की संभावना है. हालांकि, चुनाव के तारीखों की घोषणा अभी तक नहीं हुई है, लेकिन कहा जा रहा है कि चुनाव आयोग कभी भी बंगाल में विधानसभा चुनाव की घोषणा कर सकता है. राज्य की 295 सदस्यीय विधानसभा में 294 निर्वाचित सदस्यों के चयन के लिए चुनाव कराये जाते हैं.
Posted By : Mithilesh Jha