कोयला घोटाले मामले की जांच की आयकर विभाग ने शुरुआत की थी. इसके बाद केंद्रीय एजेंसियां सीबीआई और ईडी भी मामले की जांच में जुट गयी. अब तक केंद्रीय एजेंसी कोयला माफिया अनूप मांझी उर्फ लाला की तलाश में जुटी हुई थी. वहीं, बंगाल सीआईडी ने मामले में लाला के करीबी को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि सीआईडी ने हाल ही में कोयला घोटाला मामले की जांच शुरू की है.
शुक्रवार की देर रात सीआईडी ने लाला के करीबी रणधीर सिंह को अंडाल इलाके से गिरफ्तार किया. उसकी गिरफ्तारी के बाद सीआईडी टीम को कोयला कारोबारी जयदेव खां के बारे में जानकारी मिली. शनिवार को सीआईडी की टीम दुर्गापुर इलाके स्थित जयदेव के निवास पहुंची. सीआईडी सूत्रों ने बताया सीआईडी टीम शनिवार को दुर्गापुर के विधाननगर स्थित अपार्टमेंट में पहुंची, जहां जयदेव के नाम पर दो फ्लैट हैं.
सीआईडी ने अपार्टमेंट के सिक्यूरिटी गार्ड सुशांत चटर्जी से पूछताछ की. 30 मिनट तक टीम वहां थी. आसपास के लोगों से बातचीत कर मामले की जानकारी ली. सीआईडी अधिकारियों ने सिक्यूरिटी गार्ड को नोटिस दिया और दोनों फ्लैटों के दरवाजे पर चिपकाने को कहा. सीआईडी सूत्रों ने बताया कि जयदेव खां को 15 मार्च तक सीआईडी मुख्यालय भवानी भवन में हाजिर होने का नोटिस दिया गया है.
सिक्युरिटी गार्ड सुशांत चटर्जी से बातचीत में पता चला कि आशियाना अपार्टमेंट में दो फ्लैट जयदेव का है. वो बीच-बीच में अपने फ्लैट में आना जाना करता है. 15 दिन पहले ही जयदेव का परिवार रहने के लिए आया था. शुक्रवार की रात अंडाल के न्यू काजोड़ा इलाके से सीआईडी ने रणधीर सिंह को गिरफ्तार किया था. सीआईडी सूत्रों ने बताया जांच में पता चला कि कोयला तस्करी में रणधीर की भी संलिप्तता है.
रणधीर कोयला माफिया लाला के इशारे पर विभिन्न राज्यों में कोयला की तस्करी करता था. कोयला तस्करी के सिंडिकेट चलाने वाले सदस्यों में रणधीर सिंह का नाम सबसे ऊपर है. सीआईडी अधिकारी रणधीर सिंह से पूछताछ कर लाला को पकड़ना चाहते हैं. सीआईडी सूत्रों का कहना है कि लाला के छुपने में रणधीर ने मदद की है. रणधीर के जरिए सीआईडी लाला तक पहुंचना चाहती है.
जयदेव खां के बारे में भी जानकारी इकट्ठा करना चाहती है. केंद्रीय एजेंसियां सीबीआई और ईडी लगातार लाला को पकड़ने के लिए अभियान चला रही है. सीबीआई ने कई बार लाला को नोटिस भेजी थी. लेकिन, एक बार भी वो सीबीआई के सामने पेश नहीं हुआ. सीबीआई लाला के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी कर चुकी है. इसके अलावा लाला का करीबी विनय मिश्रा भी सीबीआई की पहुंच से बाहर है.
Posted by : Babita Mali