West Bengal: CM ममता बनर्जी ने की घोषणा, राज्य में बनेंगे सात नये जिले
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को राज्य में सात और नये जिलों के गठन की घोषणा की. उन्होंने राज्य सचिवालय में मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कैबिनेट बैठक में सात नये जिलों के गठन को मंजूरी दी गयी है.
Kolkata News: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को राज्य में सात और नये जिलों के गठन की घोषणा की. उन्होंने राज्य सचिवालय में मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कैबिनेट बैठक में सात नये जिलों के गठन को मंजूरी दी गयी है. मुर्शिदाबाद जिले को विभक्त कर दो नये जिलों का गठन किया जायेगा. मुर्शिदाबाद जिले को तोड़ कर कांदी व बहरमपुर दो नये जिले बनाये जायेंगे.
24 परगना से होंगे अलग हो बनेंगे दो जिले
इसके अलावा उत्तर 24 परगना जिले को भी विभक्त कर दो नये जिलों का गठन किया जायेगा. उत्तर 24 परगना को विभक्त कर और दो नया जिला इच्छामती व बसीरहाट बनाया जायेगा. दक्षिण 24 परगना जिले को विभक्त कर सुंदरवन, बांकुड़ा को विभक्त कर विष्णुपुर, नदिया जिले को विभक्त कर राणाघाट जिला का गठन किया जायेगा. पश्चिम बंगाल में पहले 23 जिले थे. अब इनकी संख्या बढकर 30 हो गई.
11 वर्षों में तृणमूल कांग्रेस सरकार ने बनाये चार नये जिले
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में वाममोरचा कार्यकाल के दौरान कुल 19 जिले थे. वर्ष 2011 में सत्ता में आने के बाद से तृणमूल कांग्रेस सरकार ने चार नये जिले का गठन किया. बर्दवान जिले को विभक्त कर पूर्व बर्दवान व पश्चिम बर्दवान जिला बनाया गया. इसकी प्रकार पश्चिम मेदिनीपुर को विभक्त एक और नया जिला झाड़ग्राम का गठन किया गया. इसके अलावा दार्जिलिंग को विभक्त कर कालिम्पोंग व जलपाईगुड़ी जिले को बांट कर अलीपुरदुआर नया जिला बनाया गया. अब मुख्यमंत्री ने और सात नये जिलों के गठन की घोषणा की है.
मुख्यमंत्री ने पहले ही की थी घोषणा
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही जिलों की संख्या बढ़ाने की घोषणा की थी. महानगर के टाउन हाल में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा था कि बंगाल में जिलों की संख्या बढ़ा कर 46 भी की जा सकती है. बिहार का उदाहरण देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि वहां बंगाल से काफी अधिक जिले हैं. सीएम ने कहा था कि हमें जिलों को बांटने की जरूरत है, क्योंकि ये बहुत बड़े हैं. राज्य में जिलों की संख्या बढ़ेगी, तो इससे विकास कार्यों में तेजी आयेगी.
रिपोर्ट : अमर शक्ति प्रसाद, कोलकाता