West Bengal Violence: ममता बनर्जी बोलीं, रामनवमी पर हिंसा कर भगवान राम का नाम बदनाम कर रही बीजेपी

West Bengal Violence: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर हुई हिंसा को लेकर एक बार फिर BJP पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा, हिंसा पश्चिम बंगाल की संस्कृति नहीं है.

By Samir Kumar | April 4, 2023 3:20 PM

West Bengal Violence: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने राज्य में कई जगहों पर हुई हिंसा को लेकर एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर बड़ा हमला बोला है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को खेजुरी में कहा कि हिंसा पश्चिम बंगाल की संस्कृति नहीं है. उन्होंने कहा कि बीजेपी बाहर से गुंडे लाई थी.

भगवान राम का नाम बदनाम कर रही बीजेपी

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि दंगाइयों का कोई धर्म नहीं होता है. वे केवल राजनीतिक गुंडे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी राम नवमी पर हिंसा कर भगवान राम का नाम बदनाम कर रही है. ममता बनर्जी ने कहा कि वे एक समुदाय को दूसरे समुदाय के खिलाफ खड़ा कर हिंदू धर्म को बदनाम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी वाले कहीं भी कभी दंगा कर सकते हैं. इसलिए मुझे हर समय अलर्ट रहना पड़ता है. हम हिंसा नहीं करते, बंगाल के लोग हिंसा पसंद नहीं करते और ये आपराधिक हिंसा है. हिंसा के लिए बीजेपी जिम्मेदार है, वे गुंडों को बाहर से बंगाल में लाए थे.

बीजेपी पर ममता ने लगाए गंभीर आरोप

ममता बनर्जी ने बीजेपी पर हमला जारी रखते हुए आरोप लगाया कि वो जुलूस में हथियार और कारतूस लाए. क्या भगवान राम ने हथियार लाने को कहा था. ये लोग समझते नहीं हैं, बंगाल के लोग दंगा पसंद नहीं करते. दंगा करना बंगाल की संस्कृति नहीं है. यहां के आम लोग दंगा नहीं करते हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता एक समुदाय को दूसरे समुदाय के खिलाफ खड़ा कर हिंदू धर्म को बदनाम कर रहे हैं. क्या आप नंदीग्राम, खेजुरी, कोलाघाट, तमलुक की घटनाएं भूल गए? आज सीपीएम बड़ी-बड़ी बातें करती है, आज सीपीएम से ही सीखकर ही बीजेपी ने ये ये रास्ता चुना है.

रामनवमी का जुलूस 5 दिनों तक क्यों निकाला जाएगा?

इससे पहले, सोमवार को भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी पर दंगों की फंडिंग का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी दंगों को फंडिंग करती है. भारतीय जनता पार्टी के लोग जानबूझकर राज्य के अल्पसंख्यक इलाकों में बिना अनुमति के रैलियां निकाल रहे हैं. सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि रामनवमी का जुलूस पांच दिनों तक क्यों निकाला जाएगा? आप ऐसी रैलियां उस दिन निकाल सकते हैं जिस दिन यह मनाया जाता है. हमें कोई आपत्ति नहीं होगी, लेकिन अपने साथ हथियार लेकर न जाएं.

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