केंद्र और वेस्ट बंगाल की सरकार के बीच तनाव दिनों दिन बढ़ता जा रहा है. पीएम मोदी की प्रबल आलोचक वेस्ट बंगाल की सीएम ममता बनर्जी एक बार फिर केंद्र सरकार से नाराज हैं. ममता बनर्जी की नाराजगी का कारण है कि उन्हें बोलने का मौका नहीं मिला. दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वर्चुअल मीटिंग में सीएम ममता बनर्जी को बोलने का मौका नहीं मिला. इस कारण ममता पीएम मोदी से नाराज हो गई हैं.
गौरतलब है कि पीएम मोदी की अध्यक्षता में आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर बैठक आयोजित की गई थी. वर्चुअल बैठक में वेस्ट बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी शामिल हुई थीं. लेकिन करीब दो घंटे के इंतजार के बाद भी उन्हें बोलने का मौका नहीं मिला. इस बारे में राज्य सचिवालय का कहना है कि वक्ताओं की सूची में ममता का नाम शामिल नहीं किया गया था. इस बात को लेकर ममता बनर्जी केन्द्र सरकार से नाराज हो गई हैं.
ममता बनर्जी को नहीं बोलने देने का मलाल इस लिए भी ज्यादा है क्योंकि, इससे पहले भी कोरोना को लेकर 10 राज्यों के सीएम के साथ हुई बैठक में उन्हें बोलने का मौका नहीं मिला था. उन्होंने बैठक के बाद पीसी कर कहा था कि सिर्फ कुछ राज्यों के सीएम को बोलने का मौका दिया गया. उन्होंने कहा था कि सिर्फ बीजेपी शासित राज्यों के सीएम को बोलने का मौका मिला.
बता दें, कभी बीजेपी के साथ सरकार में शामिल रही ममता बनर्जी के रिश्ते समय के साथ बीजेपी से तल्ख होते गए. इस बार के वेस्ट बंगाल चुनाव में टीएमसी और बीजेपी के बीच राजनीतिक द्वंद्व के साथ साथ हिंसात्मक झड़प भी हुई थी. यहां तक की ममता बनर्जी लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट कर अलग मोर्चा बनाने में जोर शोर से जुटी है. आये दिन दोनों दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप देखने को मिलता है.
Posted by: Pritish Sahay