कोलकाता : पश्चिम बंगाल से राज्यसभा चुनाव के लिए माकपा ने अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा होली के दिन कर दी. सीताराम येचुरी को पार्टी ने अपना उम्मीदवार नहीं बनाया. कोलकाता के पूर्व मेयर विकास रंजन भट्टाचार्य माकपा के राज्यसभा के उम्मीदवार होंगे. कांग्रेस ने उन्हें अपना समर्थन देने की घोषणा की है.
वाम-कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर सीताराम येचुरी का नाम सामने आ रहा था, लेकिन माकपा पोलित ब्यूरो ने इसे मंजूरी नहीं दी. अब पार्टी ने श्री भट्टाचार्य को उम्मीदवार बनाने की औपचारिक रूप से घोषणा कर दी है.
उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व एक बार राज्यसभा उम्मीदवार के तौर पर विकास रंजन भट्टाचार्य का नाम घोषित हुआ था, लेकिन उन्होंने नामांकन पत्र जमा करने में विलंब कर दिया था. इसकी वजह से उनकी उम्मीदवारी खारिज हो गयी थी.
वाम-कांग्रेस को मिलाकर गठबंधन के पास 52 वोट हैं, जो जीत के लिए काफी हैं. इससे पहले तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को अपने चार उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की थी. पार्टी ने पूर्व रेलमंत्री दिनेश त्रिवेदी, सुब्रत बख्शी, अर्पिता घोष व मौसम बेनजीर नूर को उम्मीदवार बनाया है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने खुद ट्वीट करके उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की थी. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर उम्मीदवारों की घोषणा करते हुए कहा कि मुझे इस बात का गर्व है कि महिला सशक्तीकरण के निरंतर प्रयासों के तहत नामित लोगों में 50 फीसदी महिलाएं हैं.
विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से इन चारों उम्मीदवारों की जीत निश्चित है. तृणमूल कांग्रेस ने चार और माकपा ने एक उम्मीदवार के नाम की घोषणा की है. भाजपा के अधिकारिक रूप से सात विधायक हैं तथा अन्य पार्टियों के विधायकों को शामिल कर लिया जाये, तो इनकी संख्या 16 के आसपास है.
कुल पांच सीटों पर चुनाव होने हैं. यदि भाजपा की ओर से कोई उम्मीदवार नामांकन दाखिल नहीं करता है, तो सभी लोगों की एकतरफा जीत निश्चित हो जायेगी. हालांकि, भाजपा ने अभी तक अपना रुख साफ नहीं किया है.