Bengal Election 2021 : बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की जीत हो इसके लिए बिहार के आरजेडी नेता तेजस्वी यादव तथा एनसीपी प्रधान शरद पवार चुनाव प्रचार करना चाहते हैं. मौखिक तौर पर ममता को समर्थन देने के बाद अब दोनों चुनावी मैदान में उतरकर ममता के लिए चुनाव प्रचार करना चाहते हैं. ममता के लिए इन दो बड़े राजनीतिक चेहरों का प्रचार करना कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को हजम नहीं हो रहा है.
बंगाल में वाम मोर्चा, कांग्रेस और आइएसएफ गठबंधन के तहत टीएमसी और बीजेपी के खिलाफ चुनावी मैदान में खड़े हैं. ऐसे में बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और देश के कद्दावर नेता शरद पवार का ममता के लिए चुनाव प्रचार पर कांग्रेस ने आपत्ति जतायी है. मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस नेता प्रदीप भट्टाचार्य ने संवाददाता सम्मेलन कर इसकी जानकारी दी. कहा कि कांग्रेस की तरफ से तेजस्वी यादव तथा शरद पवार को चिट्ठी भेजकर कांग्रेस की आपत्ति दर्ज करा दी गयी है.
वहीं, कांग्रेस द्वारा इस तरह की आपत्ति को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा का बाजार गर्म हो गया है. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि बंगाल में टीएमसी और बीजेपी के खिलाफ वाम मोर्चा, कांग्रेस और आइएसएफ ने गठबंधन कर मोर्चा खोला है. बिहार में आरजेडी के साथ कांग्रेस और वाम का गठबंधन है तथा महाराष्ट्र में एनसीपी, शिव सेना और कांग्रेस एकजुट होकर सरकार चला रही है.
दूसरे राज्यों में तेजस्वी तथा शरद के साथ मिलकर सरकार चलाने वाली कांग्रेस को बंगाल में ममता के लिए शरद और तेजस्वी का प्रचार बैकफुट पर भेज सकता है. तेजस्वी और शरद का ममता के लिए प्रचार कांग्रेस के लिए बहुत बड़ा धक्का साबित हो सकता है. हालांकि, केरल विधानसभा चुनाव भी एक अपवाद है. वहां खुद कांग्रेस और वाम आमने-सामने हैं.
बता दें कि कुछ दिनों पहले ही आरजेडी नेता तेजस्वी यादव कोलकाता आये थे और उन्होंने नवान्न जाकर ममता बनर्जी से मुलाकात की थी और उन्हें समर्थन देने का एलान किया था. यहां तक कहा था कि बंगाल में जितने भी बिहारी वोटर हैं, सभी का वोट ममता को दिलवायेंगे. उन्होंने कहा था कि आरजेडी के चुनाव लड़ने के बावजूद ममता को तेजस्वी का पूर्ण समर्थन रहेगा. वहीं, एनसीपी प्रधान शरद पवार ने भी ममता को समर्थन देने की बात पहले ही कह दी थी.
Posted by : Babita Mali