Bengal Election 2021 : बंगाल विधानसभा चुनाव में कई जबरदस्त मोड़ सामने आ रहे हैं. ऐसा लग रहा है कि मानो चुनाव केवल सीएम ममता बनर्जी और शुभेंदु अधिकारी के बीच ही हो रहा है. बंगाल की एक ही सीट नंदीग्राम और एक ही जिला पूर्व मेदिनीपुर सुर्खियों में है. शनिवार को एक बार फिर पूर्व मेदिनीपुर खबरों में छा गया. इस बार पूर्व मेदिनीपुर जिले में नेताओं पर पार्टी से गद्दारी का टैग लगाकर टीएमसी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
इस घटना के पीछे का कारण टीएमसी छोड़ बीजेपी में शामिल हुए तथा नंदीग्राम विधानसभा से बीजेपी कैंडिडेट शुभेंदु अधिकारी बताये गये हैं. टीएमसी के करीब 10 नेताओं को पार्टी से बाहर किया गया है. इसकी जानकारी पूर्व मेदिनीपुर जिले के अध्यक्ष सौमेन महापात्र ने दी. संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष सौमेन महापात्र ने बताया कि पूर्व मेदिनीपुर जिले में चुनाव से पहले और बाद में देखा जा रहा था कि पार्टी के कुछ सदस्य मीटिंग तथा रैली में शामिल नहीं हो रहे हैं और न ही पार्टी से संपर्क कर रहे हैं.
उन्होंने शुभेंदु अधिकारी का नाम लिये बगैर कहा कि इस मामले में सूत्रों से पता चला कि ये नेता तथा सदस्य बीजेपी में शामिल हुए नेता के संपर्क में हैं. उनके साथ मिलकर पार्टी के खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैं. पार्टी में रहकर मीटिंग और रैली में नहीं जाकर विपक्षी पार्टी के लिए काम कर रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शहीद मातंगिनी ब्लाॅक के कुछ नेता वोटरों को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं.
राज्य सरकार के स्कीम का लाभ नहीं देने का डर दिखाकर वोटरों को बरगलाया जा रहा है. इसके बाद 10 टीएमसी नेताओं के खिलाफ पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से शिकायत की गयी. मामले में कार्रवाई करते हुए पार्टी ने उन सभी को पार्टी से निकाल दिया.
सौमेन महापात्र ने बताया कि इन 10 नेताओं के नाम दिवाकर जाना, सुनील देवाधिकारी, शिलादित्य आदक, निकुंज बिहारी, मिनती पटनायक, देबनाथ दास, तनुश्री जाना, राखी आदक और नीलिमा देवाधिकारी हैं. ये सभी शहीद मातंगिनी पंचायत ब्लाॅक तथा जिला अंचल के सदस्य है. उन्होंने बताया कि फिलहाल 3 वर्षों तक इनका पार्टी से कोई संपर्क नहीं रहेगा और न ही ये पार्टी के किसी कार्यक्रम में शामिल होंगे होंगे. पार्टी के नाम का भी ये लोग इस्तेमाल नहीं कर पायेंगे.
Posted by : Babita Mali