Bengal Election 2021 : विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रही है टीएमसी में टूट वैसे-वैसे बढ़ती जा रही है. अब उत्तर 24 परगना जिले के पानिहाटी विधानसभा क्षेत्र से टीएमसी को झटका लगा है. इस क्षेत्र के अंतर्गत तीन वार्डों के 3 पूर्व पार्षदों ने टीएमसी से अपना नाता तोड़ लिया है. इस टूट के पीछे पानिहाटी विधानसभा क्षेत्र से निर्मल घोष को टीएमसी की तरफ से फिर से टिकट दिया जाना है.
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निर्मल घोष पर परिवारवाद का आरोप लगाकर विधानसभा क्षेत्र के तीन वार्ड के पूर्व पार्षदों कौशिक चट्टोपाध्याय, ब्यूटी विश्वास और पार्थ घोष ने टीएमसी छोड़ दी है. तीनों क्रमश: 9, 4 और 31 वार्ड के पूर्व पार्षद तथा वार्ड काॅऑर्डिनेटर थे. निर्मल घोष को विधानसभा सीट से फिर से टिकट देने पर पार्टी में बगावत के सुर उठने लगे. समर्थकों का आरोप है कि निर्मल घोष ने पार्टी के सभी पदों को निष्क्रिय कर दिया है.
आरोप लगाया गया है कि एक तरफ वो विधायक हैं तो दूसरी तरफ मेयर का भी पद उन्होंने अपने ही पास रखा है. इसके अलावा उनकी बेटियां पार्षद के पद पर हैं. एक तरह से उन्होंने अपने परिवार को ही प्रमुखता दे रखी और यही पार्टी समर्थकों के लिए असंतोष का कारण है. परिवारवाद की वजह से इन पूर्व पार्षदों ने टीएमसी छोड़ दी. इनका आरोप है कि निर्मल घोष कोई भी कार्य पार्षदों से नहीं करवाना चाहते हैं.
कई बार शीर्ष नेतृत्व से शिकायत भी की गयी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुआ. इतना ही नहीं 3-4 पूर्व पार्षदों ने लिखित तौर पर चिट्ठी भी भेजी थी फिर भी इस और कोई ध्यान नहीं दिया गया. इन सब कारणों से ही उन तीन पूर्व पार्षदों ने दल से अपना नाता तोड़ लिया है. इस बारे में पार्टी छोड़ने वाले कौशिक चट्टोपाध्याय का कहना है कि पानिहाटी की जनता भी चाहती है कि इस परिवारवाद उसे छुटकारा मिले.
यह भी आरोप है कि अभी जो लोग भी उनके साथ होने का दावा कर रहे हैं वो अभी भीतर ही भीतर अन्य पार्टी से संपर्क साधे हुए हैं. इसका पता वोटिंग के दौरान चल जायेगा. दूसरी पार्टी ज्वाइन करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी तक इस बारे में कोई फैसला नहीं लिया है. दूसरी तरफ तृणमूल की तरफ से बताया गया है कि अभी तक उनके पास किसी की भी पार्टी छोड़ने से संबंधित चिट्ठी नहीं मिली है.
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अगर किसी को कोई परेशानी थी तो उन्हें इस बारे में बताना चाहिए था. इसके साथ ही यह भी बताया गया कि चुनाव से पहले पार्टी को बदनाम कर दूसरे पार्टी में जाने की साजिश के तहत ही तीनों ने यह कदम उठाया है. बाकी दो पूर्व पार्षदाें का बयान सामने नहीं आया है. अटकलें भी तेज हैं कि तीनों बीजेपी का दामन थाम लेंगे.
Posted by : Babita Mali