कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 से पहले मतदाताओं को लुभाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बंगाल के दौरे पर आयेंगे. ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस सरकार को हराने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने बड़े-बड़े नेताओं से छोटी-छोटी सभाएं कराने की रणनीति बनायी है.
भाजपा की इसी रणनीति के तहत उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने दो सप्ताह में दो बार बंगाल की यात्रा की है. उन्होंने बांग्लादेशी मूल के मतुआ (दलित शरणार्थियों) समुदाय के लोगों को संबोधित किया. मतुआ समुदाय के लोग राज्य की 50 विधानसभा सीटों पर निर्णायक भूमिक में हैं.
श्री मौर्य, जो खुद अन्य पिछड़ी जाति (ओबीसी) से हैं, ने मतुआ समाज के लोगों से तो बात की ही, उन्होंने बांग्लादेशी हिंदुओं को नागरिकता नहीं दिये जाने के मुद्दे को भी उठाया. उन्होंने आरोप लगाया कि वोट बैंक की राजनीति की वजह से उन्हें भारत की नागरिकता नहीं दी गयी.
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उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री श्री मौर्य ने कहा कि जैसे ही पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार बनेगी, बांग्लादेशी हिंदुओं को पूरे सम्मान के साथ भारत की नागरिका दी जायेगी. संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) उनकी सहूलियत के लिए ही सरकार ने पास किया है.
उलुबेरिया विधानसभा क्षेत्र में बुद्धिजीवियों को संबोधित करते हुए भाजपा नेता ने दावा किया कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार गरीबों और पिछड़ों के लिए बहुत सी योजनाएं लागू कर रही है, लेकिन बंगाल के लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. हिंदू कार्ड खेलते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 के लोकसभा उपचुनाव में भाजपा ने हिंदू उम्मीदवार उतारा, जबकि अन्य दलों ने मुस्लिम को टिकट दिया.
श्री मौर्य ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस, वामदल हों या कांग्रेस, सभी ने यहां से मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया. भाजपा उम्मीदवार यहां दूसरे स्थान पर रहा. वामदल तीसरे और कांग्रेस का प्रत्याशी चौथे स्थान पर पहुंच गया. इस उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कई जनसभाओं की योजना भारतीय जनता पार्टी की ओर से तैयार की जा रही है. सूत्रों की मानें, तो भाजपा की योजना है कि यूपी से बंगाल जाने वाले नेता देशभक्ति, बांग्ला संस्कृति और हिंदुत्व के मुद्दे को उभार सकें, जिसका लाभ चुनाव में मिले. यदि यह सूत्र काम कर गया, तो राज्य में भाजपा की सरकार भी बन सकती है.
भाजपा नेताओं का कहना है कि बंगाल में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की काफी डिमांड है. पार्टी यूपी के नेताओं के बंगाल दौरे का कार्यक्रम तय कर रही है. खासकर उन लोगों को बंगाल भेजा जायेगा, जिनका बांग्ला भाषा और संस्कृति से जुड़ाव है. वे बांग्ला भाषा में लोगों से संवाद स्थापित कर लेते हैं.
पार्टी के बड़े-बड़े नेता नुक्कड़ सभाएं भी करेंगे. यहां तक कि कुछ लोग तो घर-घर जाकर जनसंपर्क अभियान भी चलायेंगे. एक भाजपा नेता ने कहा है कि जैसे ही चुनाव की तारीख करीब आयेगी, बंगाल में नेताओं की फौज उतार दी जायेगी.
Posted By : Mithilesh Jha