West Bengal: पश्चिम बंगाल के बीरभूम स्कूल में भूत की अफवाह (Ghost Terror) के बाद छात्र-छात्राओं में आतंक बढ़ गया है. दरअसल, घर लौटते समय तीसरी कक्षा की एक छात्रा की डर से अस्पताल में मौत हो गई है. घटना सिउड़ी के कांकड़ तला के बाबुइजोर प्राइमरी स्कूल की है. शनिवार को उस स्कूल की एक छात्रा की रहस्यमयी मौत से इलाके के लोग भी हैरान है. मृत छात्रा का नाम रिमी मंडल बताया गया है. उसकी मौत कैसे हुई इसकी जांच की जा रही है.
बता दें कि यह घटना गुरुवार को शुरू हुई थी. मिड डे मील की थाली रखते हुए चौथी कक्षा के छात्र कहते रहते हैं कि उन्होंने ‘भूत’ देखा है. तभी से स्कूल अचानक भूतों की अफवाह से त्रस्त हो गया था. स्कूल के प्रधानाध्यापक सब्यसाची घोष ने कहा, ‘हमने तुरंत स्कूली छात्रों को बताया की भूत नहीं होते है. उन्हे जागरूक करने की कोशिश भी की लेकिन इससे भी समस्या का समाधान नहीं हुआ. पिछले दो दिनों से भूत-प्रेत के डर से स्कूली छात्रों ने स्कूल आना बंद कर दिया था. शनिवार को 300 छात्रों में से केवल 25 छात्र ही स्कूल में मौजूद थे. कुछ छात्रों ने दावा किया कि उन्हें पकड़ने के लिए एक परछाई आ रही थी. बताया जाता है की इसी बीच दो छात्रा स्कूल में बेहोश हो गई थी. हालांकि बाद में वे ठीक हो गई. शनिवार को घर लौटने के बाद तीसरी कक्षा की छात्रा रिमी मंडल असामान्य व्यवहार करने लगी. रात को उसे परिवार के लोग सिउड़ी सदर अस्पताल में भर्ती कराया था. अस्पताल सूत्रों के मुताबिक रिमी की देर सुबह मौत हो गई.
रिमी की मां दीया मंडल ने कहा कि ‘मेरी बेटी स्कूल में भूत को देखकर डर गई थी. घर आने के बाद से वह बीमार हो गई. अस्पताल में भर्ती के बाद पुत्री की मौत हो गई. अस्पताल सूत्रों के मुताबिक छात्रा को मिर्गी की बीमारी थी. शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रलोय नाइक ने कहा कि “सोमवार को विज्ञान मंच के सदस्यों के साथ उस स्कूल में जाएंगे और मामले की जांच की जाएगी.” विज्ञान मंच के कार्यकर्ता शुभाशीष घरुई ने कहा कि ‘भूत जैसी कोई चीज नहीं होती है. छात्रा की मौत बेहद दुखद है लेकिन इसके पीछे कोई शारीरिक कारण हो सकता है. स्कूल जाकर छात्रों को समझना होगा, जो लोग पहली बार भूतों को देखने का दावा करते हैं, उनसे पूछताछ की जाएगी. यह जानने की कोशिश की जाएगी की उन्होंने स्कूल में कैसा दिखने वाला भूत देखा. उन्होंने वास्तव में क्या देखा?
भूत की अफवाह के बाद अब स्कूल में बच्चे आने से घबराने लगे है. इस पर एक छात्रा की मौत के बाद अब अभिभावक भी डर से अपने बच्चों को स्कूल भेजने से फिलहाल मना करने लगे है. कई अभिभावकों का कहना है कि जब तक उचित जांच पड़ताल नहीं हो जाता है तब तक वे अपने बच्चों के स्कूल नहीं भेजेंगे.
रिपोर्ट: मुकेश तिवारी