कोलकाता. राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस ने सात एसिड अटैक सर्वाइवर महिलाओं से राजभवन में मुलाकात की. इनके साथ अनौपचारिक बैठक में शामिल होने के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों को भी आमंत्रित किया था. राज्यपाल उन्हें सुनना चाहते थे और उनकी अदम्य भावना को सलाम करना चाहते थे, जिसने उन्हें एसिड हमले के आघात से उबरने में मदद की. इस प्रक्रिया में सामाजिक कार्यकर्ता अपराजिता गांगुली और नृत्यांगना कादंबरी ने राज्य के विभिन्न जिलों से सात एसिड अटैक सर्वाइवर महिलाओं को राज्यपाल से मिलवाने की पहल की.
मौके पर एसिड अटैक सर्वाइवर्स ने राज्यपाल को आपबीती सुनायी और इस तरह के जघन्य अपराध के दोषियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग की. साथ ही सम्मानित रोजगार के माध्यम से पुनर्वास की गुहार लगायी. राज्यपाल ने एसिड अटैक सर्वाइवर्स की बातें ध्यान से सुनीं और सांकेतिक अंतरिम राहत के रूप में प्रत्येक को 10,000 रुपये की आर्थिक मदद दी. राज्यपाल ने यह आश्वासन दिया कि विशेषज्ञ चिकित्सक एसिड अटैक सर्वाइवर की जांच करेंगे और उन्हें राजभवन डिस्पेंसरी से सामान्य चिकित्सा भी दी जायेगी.
साथ ही राज्यपाल ने उन्हें सेल्फ हेल्प ग्रुप समूहों के साथ एकीकृत करने और आसान बैंक ऋण सुनिश्चित करने की दिशा में पहल करने का भी वादा किया. राज्यपाल ने यह भी कहा कि तेजाब हमले के मामलों का शीघ्र निपटान उचित अधिकारियों के साथ किया जायेगा. एसिड अटैक सर्वाइवर्स महिलाओं के साथ बातचीत करने के बाद डॉ सीवी आनंद बोस ने कहा, ”” ””एसिड अटैक मानवता पर कलंक है. लेकिन नारीत्व की आंतरिक शक्ति को जानने के लिए कोई एसिड टेस्ट नहीं है. मानव आत्मा की अदम्यता को कुछ भी नष्ट नहीं कर सकता.” वहीं, राज्यपाल के व्यवहार व आवभगत से सभी एसिड अटैक सर्वाइवर बेहद प्रसंन्न व संतुष्ट नजर आयीं.