कृषि बिल का विरोध कर रही बंगाल की मुख्यमंत्री को राज्यपाल ने आड़े हाथ लिया, कही यह बात

Farm Bill 2020, Pradhan Mantri Kissan Samman Nidhi, West Bengal News: श्री धनखड़ ने ट्वीट किया, ‘पश्चिम बंगाल के 70 लाख किसानों को 8,400 करोड़ रुपये के लाभ से वंचित क्यों रखा जा रहा है. उन्हें प्रधानमंत्री किसान निधि में भाग नहीं लेने दिया जा रहा है.’

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 22, 2020 5:00 PM
an image

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा कृषि विधेयकों का विरोध करने पर मंगलवार को उनकी आलोचना की. राज्यपाल ने कहा कि ‘घड़ियाली आंसू बहाने से किसानों का दर्द कम नहीं होगा’.

इसके साथ ही धनखड़ ने ममता बनर्जी से आग्रह किया कि केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री-किसान सम्मान निधि योजना का राज्य में क्रियान्वयन किया जाये. राज्यपाल ने दावा किया कि राज्य के 70 लाख किसानों को इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है.

उन्होंने कहा कि किसानों के साथ किया जा रहा अन्याय ‘अफसोसनाक राजनीति’ का परिणाम है. श्री धनखड़ ने ट्वीट किया, ‘पश्चिम बंगाल के 70 लाख किसानों को 8,400 करोड़ रुपये के लाभ से वंचित क्यों रखा जा रहा है. उन्हें प्रधानमंत्री किसान निधि में भाग नहीं लेने दिया जा रहा है.’

Also Read: कृषि व श्रमिक बिल पर मोदी सरकार के खिलाफ ममता ने भरी हुंकार, कहा : सभी राजनीतिक दल एक हों

श्री धनखड़ ने कहा, ‘अब तक हर किसान के खाते में 12,000 रुपये आ जाने चाहिए थे, जो नहीं मिले. मुख्यमंत्री से आग्रह करता हूं कि घड़ियाली आंसू बहाने से किसानों का दर्द कम नहीं होगा.’ राज्यपाल ने केंद्र सरकार की योजना के राज्य में क्रियान्वयन के लिए मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा.

https://twitter.com/jdhankhar1/status/1308291076323598336

श्री धनखड़ ने पत्र में लिखा, ‘राज्य में लापरवाही और अकर्मण्यता के चलते प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभ से 70 लाख से अधिक किसानों को वंचित रखा गया, जिससे उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.’

Also Read: युवा कांग्रेस ने किया नंग-धड़ंग प्रदर्शन, जुलूस निकालने पर कोलकाता पुलिस ने 20 लोगों को हिरासत में लिया

उन्होंने लिखा, ‘विशेषकर आज जैसी कठिन परिस्थितियों में. मेरी तरफ से पहल किये जाने के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं हुआ है.’ उन्होंने कहा कि राज्य के किसानों के साथ हो रहे अन्याय का निवारण होना चाहिए, ताकि उन्हें योजना का पूरा लाभ मिल सके.

Posted By : Mithilesh Jha

Exit mobile version