West Bengal News: पश्चिम बंगाल की तृणमूल सरकार के नेताओं के भ्रष्टाचार में लिप्त होने तथा एक के बाद एक खुलासे के बाद राज्य भर में विरोधी दल वाम फ्रंट और भाजपा का मौजूदा सरकार के खिलाफ उबाल देखने को मिल रहा है. चोर धरो जेल भरो के स्लोगन के साथ एक ओर जहां वाम फ्रंट राज्य भर में जगह-जगह मौजूदा सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ दी है. वहीं, भाजपा भी इस स्लोगन के साथ सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने लगा है.
बंगाल के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद से ही शनिवार को समूचे राज्य भर में विरोधी राजनीतिक दलों के द्वारा भ्रष्टाचार में लिप्त शासक दल के और नेताओं की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आंदोलन शुरू हो गया है. इतना ही नहीं उक्त नेताओं को अविलंब उनके पदों से बर्खास्त करने की भी मांग उठने लगी है. पश्चिम पूर्व बर्दवान के साथ ही बीरभूम जिले में शनिवार शाम से ही विभिन्न शहरों और ग्रामीण अंचल में तृणमूल सरकार के खिलाफ तथा भ्रष्टाचार में लिप्त नेताओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और पुतला दहन शुरू हो गया है.
रामपुरहाट में जेल भरो का नारा लगाते हुए निकाले वाम फ्रंट की ओर से निकाले गए विशाल जुलूस का नेतृत्व संजीव बर्मन, संजीव मलिक, अमिताभ सिंह और अन्य ने किया. पानागढ़ बाजार बस स्टैंड में भी वाम फ्रंट द्वारा मौजूदा मां माटी मानुष की सरकार के नेताओं के भ्रष्टाचार में लिप्त होने तथा गिरफ्तारी के उजागर होने पर जमकर विक्षोभ जताया तथा और नेताओं की गिरफ्तारी की मांग की. वहीं, भ्रष्टाचार में लिप्त तृणमूल के नेताओं को अविलंब उनके पदों से बर्खास्त करने तथा मुख्यमंत्री के पद त्याग की मांग की गई.
बताया जाता है कि ईडी ने पूर्व शिक्षा मंत्री के भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप में तथा 21 करोड़ रुपये उनके एक सहयोगी के घर से बरामद होने के बाद गिरफ्तार कर 2 दिनों के रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. शिक्षा के क्षेत्र में इस घोटाले के पर्दाफाश होने के बाद से समूचे राज्य भर में विरोधी दल के लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर जहां कटाक्ष शुरू हो गया है, वहीं सड़कों पर उतर कर भी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है.
गौरतलब है कि उद्योग मंत्री पार्थों चटर्जी की करीबी मॉडल अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट से 21 करोड़ से ज्यादा कैश बरामद किया गया है. लगभग 70 लाख मूल्य के गहने और अधिक महत्वपूर्ण दस्तावेज उनके करीबी एक अन्य प्रोफेसर के नाम पर 10 फ्लैट पाया गया है. ईडी द्वारा पार्थों चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद से ही राज्य भर में विरोधी दल के द्वारा विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है तथा भ्रष्टाचार में लिप्त और नेताओं की गिरफ्तारी की मांग उठने लगी है. (इनपुट: मुकेश तिवारी)