कोलकाता : तेजी से फैलते जानलेवा कोरोना वायरस से बचाव के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा घोषित लॉकडाउन के दूसरे दिन भी महानगर कोलकाता की तस्वीर बहुत हद तक एक जैसी है. उत्तर से लेकर दक्षिण कोलकाता तक और मध्य से लेकर पूर्वी कोलकाता तक सड़कें लगभग सूनी पड़ी हैं.
गिनी-चुनी गाड़ियां चल रही हैं, लेकिन वह जरूरी सामानों की आपूर्ति कर रही हैं. कुछ चुनिंदा लोग बाइक, साइकिल वगैरह लेकर घरों से बाहर निकले हैं. वे बी खाने-पीने का सामान आदि खरीदने के लिए निकटवर्ती बाजारों में जा रहे हैं. कोलकाता के चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है और आने-जाने वाली हर गाड़ी की चेकिंग हो रही है.
गाड़ियों के दस्तावेज देखने और आवश्यकताओं को समझने के बाद ही उन्हें छोड़ा जा रहा है. कोलकाता का धर्मतल्ला क्षेत्र सबसे अधिक भीड़भाड़ वाला इलाका है. यहां पास में ही में शहीद मीनार मैदान है. थोड़ी दूरी पर विक्टोरिया मेमोरियल का मैदान और परेड ग्राउंड भी है, जहां रोज हजारों लोग मॉर्निंग वॉक के लिए आते हैं. बुधवार सुबह बहुत कम लोग निकले थे. जो लोग आये थे, उन्हें पुलिस ने वापस घर भेज दिया.
मूल सड़कों के अलावा छोटे-छोटे इलाकों की गलियां भी लगभग सूनी हैं. लोग अपने-अपने घरों में सिमट गये हैं. उल्लेखनीय है कि 24 घंटे के दौरान कोलकाता पुलिस ने पूरे महानगर क्षेत्र में 1300 से अधिक लोगों को नियमों की अनदेखी के आरोप में गिरफ्तार किया था.
उनके खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 188 के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू की गयी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने निर्देश दिया है कि कोई भी व्यक्ति अगर शटडाउन के कानूनों का उल्लंघन कर सड़कों पर घूम रहा है, तो उसे तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने 21 दिन के लॉकडाउन को हर हाल में सफल बनाने की अपील की है. बुधवार को ट्वीट कर कहा कि भारत और भारतीयों को बचाने के लिए इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए हमें अपना योगदान देना होगा. लॉकडाउन के प्रधानमंत्री के आह्वान को सफल बनाना ही पड़ेगा. पूरी दुनिया मानवता के बचाव के लिए सबसे लंबे प्रतिबंध को देखेगी. बचाव के नियमों को मानने के लिए हमें जीरो टॉलरेंस की नीति अपनानी होगी. थोड़ी-सी भी लापरवाही हम सभी को खतरे में डालने वाली होगी.
उल्लेखनीय है कि जानलेवा नोबेल कोरोना वायरस के लगातार प्रकोप को देखते हुए इससे बचाव के लिए मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया था. इसमें आगामी 21 दिन यानी 14 अप्रैल तक के लिए पूरे देश में टोटल शटडाउन लागू करने की घोषणा की. इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी की, जिसमें कहा गया है कि हर एक व्यक्ति अपने-अपने घरों में सीमित रहें. केंद्र और राज्य की सरकारें मिलकर आवश्यक चीजों की आपूर्ति करना सुनिश्चित करेंगी.