West Bengal News : भाजपा नेता की हत्या पर बवाल, पुलिस ने दो को किया गिरफ्तार
उत्तरी 24 परगना जिले के टीटागढ़ में रविवार को भाजपा नेता मनीष शुक्ला की हत्या के बाद से बंगाल की राजनीति गरम गयी है. सोमवार को भाजपा के एलान पर पूरा बैरकपुर इलाका बंद रहा.
कोलकाता : बंगाल में बीजेपी नेता की हत्या मामले में सीआइडी की टीम ने दो लोगों को किया गिरफ्तार किया है. इससे पहले उत्तरी 24 परगना जिले के टीटागढ़ में रविवार को भाजपा नेता मनीष शुक्ला की हत्या के बाद से बंगाल की राजनीति गरम गयी. सोमवार को भाजपा के एलान पर पूरा बैरकपुर इलाका बंद रहा. भाजपा कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह प्रदर्शन किये. दुकानें बंद रहीं. इस दौरान टीटागढ़, बैरकपुर, श्यामनगर, आमडांगा, भाटपाड़ा, नैहाटी, समेत कई जगहों पर भाजपा समर्थकों ने टायर जलाकर रास्ता जाम किया. कांकीनाड़ा में पानपुर मोड़ के पास सुबह भाजपा समर्थकों ने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया, जबकि टीटागढ़ में जमकर बमबाजी हुई. ईंट-पत्थर चले.
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भाजपा ने घटना की सीबीआइ जांच की मांग की
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राज्य सरकार ने सीआइडी जांच के दिये निर्देश
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टीटागढ़ में मनीष की हुई अंत्येष्टि, उमड़ा हुजूम
अवरोध हटाने गयी पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की गयी. ईंट-पत्थर फेंके गये. पुलिस ने आंसू गैस दाग कर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया. गौरतलब है कि रविवार रात टीटागढ़ थाने से कुछ ही कदम की दूरी पर बाइक सवार बदमाशों ने भाजपा नेता और पूर्व पार्षद मनीष शुक्ला की गोली मार कर हत्या कर दी थी. बदमाश हवाई फायरिंग करते हुए फरार हो गये. घटना को लेकर दिनभर बवाल चलता रहा.
इस बीच, सोमवार को भाजपा महासचिव व पार्टी के प्रदेश मामलों के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल राय और सांसद अर्जुन सिंह मनीष शुक्ला के घर पहुंचे. उन्होंने मनीष शुक्ला के परिवार को हर संभव मदद करने का भरोसा दिया है.
श्री विजयवर्गीय ने पूरे मामले की सीबीआइ जांच की मांग की. वहीं, दोपहर में दिवंगत नेता के शव के पोस्टमार्टम को लेकर एनआरएस कॉलेज एवं अस्पताल में भी जमकर हंगामा हुआ. मौके पर पहुंचे श्री विजयवर्गीय व सांसद लॉकेट चटर्जी ने पोस्टमार्टम के समय भाजपा के प्रतिनिधि के उपस्थित रहने की मांग की. श्री विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि मौत के 20 घंटे बाद भी शव का पोस्टमार्टम नहीं किया गया है, जबकि उनकी पत्नी व बच्चे पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहे हैं.
बाद में श्री विजयवर्गीय ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात तक पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की. दूसरी ओर, सांसद अर्जुन सिंह ने कहा कि मनीष शुक्ला को जीवन का खतरा था. फिर भी उनके लाइसेंस को जब्त कर लिया गया था. सुनियोजित तरीके से पुलिस और ममता बनर्जी की शह पर यह काम हुआ है. वहीं, पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा ने कहा है कि बैरकपुर में कानून-व्यवस्था की कोई समस्या नहीं है. स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. वहीं, शाम को राज्य सरकार ने पूरे मामले की सीआइडी जांच का आदेश दे दिया है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
धर्मतला में शव रख कर राज्यपाल को दिया ज्ञापन : भाजपा नेता मनीष शुक्ला के पार्थिव शरीर को लेकर सोमवार को पुलिस और भाजपा समर्थकों के बीच जमकर नोकझोंक हुई. जानकारी के मुताबिक, शव को पहले एनआरएस अस्पताल से टीटागढ़ ले जाना था. बाद में शव को राजभवन ले जाने का फैसला लिया गया. इसके बाद मनीष शुक्ला के पार्थिव शरीर को लेकर भाजपा नेता शववाही गाड़ी के साथ राजभवन की तरफ आगे बढ़ने लगे. इसी बीच एसएन बनर्जी रोड पर एलिट सिनेमा के पास पुलिस ने बैरिकेड बनाकर भीड़ को रोक दिया. काफी देर तक पुलिस की भाजपा समर्थकों के साथ कहासुनी होती रही.
पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल) सुधीर कुमार निलकांत ने भाजपा सांसद अर्जुन सिंह से कहा कि उनकी पार्टी के समर्थक कुछ गाड़ियों में तोड़फोड़ कर रहे हैं. राजभवन के आसपास धारा 144 लागू रहने के कारण वहां पांच से ज्यादा लोग एकत्रित नहीं हो सकते, इसके कारण पुलिस शव को राजभवन के पास जाने की अनुमति नहीं देगी.
पुलिस की तरफ से कहा गया कि शववाहक गाड़ी एवं समर्थकों को पैराडाइज सिनेमा के पास रोककर भाजपा के चार प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से राजभवन जाकर मिल सकते हैं. अर्जुन सिंह ने कहा कि कानून को मानकर भाजपा ने पुलिस के प्रस्ताव को मान लिया है. भाजपा के चार सदस्य राजभवन जा रहे हैं. इसके बाद शववाहक वाहन को कुछ समय के लिए पैराडाइज सिनेमा के पास रोका गया. इधर भाजपा की तरफ से मनीष शुक्ला के पिता, भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, सांसद अर्जुन सिंह एवं लॉकेट चटर्जी राजभवन जाकर शाम 7.15 बजे के करीब राज्यपाल से मुलाकात की. इसके बाद शववाहक वाहन को लेकर उनके परिवार के अन्य लोग टीटागढ़ के लिए रवाना हो गये. इस पूरे मामले के कारण धर्मतला में भी काफी देर तक अशांति व्याप्त रही.
फफक-फफक रो पड़ीं मनीष की मां : टीटागढ़ में मनीष शुक्ला की हत्या के बाद से ही परिवार पूरी तरह सदमे में है. मां की आंखों से आंसू थम नहीं रहे हैं. रविवार की रात की घटना के बाद से ही मनीष शुक्ला की मां उर्मिला देवी फफक-फफक कर रो रही हैं. रो-रो कर उनका बुरा हाल हो गया है. सोमवार सुबह उस वक्त उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे, जब भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पहुंचे. मनीष की मां के मुंह से सिर्फ यही शब्द निकल रहे थे- हे भइया जिसने मारा है, जिसने मरवाया है, हे भइया हाथ जोड़कर प्रार्थना करती हूं, कातिल को खोज कर निकालो, किसी तरह से कातिल को खोज निकालो. मुझे इंसाफ दिलाओ भइया, नहीं तो पुलिस मुझे भी गोली मार दे.
Posted by : Pritish Sahay