West Bengal News: पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर के इस्लामपुर में भाजयुमो ने 12 घंटे की आम हड़ताल का आह्वान किया है. इसे लेकर इस्लामपुर इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. दरअसल, भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष इंद्रनील खान का दावा है कि उत्तर दिनाजपुर के इस्लामपुर के एक पार्टी कार्यकर्ता की उनकी दुकान पर चाकू मारकर हत्या कर दी गई. इसे लेकर ही भाजयुमो आक्रोशित है.
बता दें कि पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद से ही राज्य में शुरू हुई हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. चुनाव की घोषणा से लेकर मतदान, मतगणना और रिजल्ट के बाद भी पक्ष-विपक्ष पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट, हत्या आदि की खबरें सामने आ रही हैं. इधर मणिपुर के बाद पश्चिम बंगाल के मालदा में दो आदिवासी महिलाओं को एक समूह द्वारा निर्वस्त्र करने और बेरहमी से उनकी पिटाई करने का मामला सामने आया है. घटना 19 जुलाई की है. पुलिस के मुताबिक दोनों महिलाएं जिले के बामनगोला के पाकुआ हाट में सामान बेचने आयी थीं, जहां उन पर चोरी का संदेह जताया गया और इसी क्रम में उनके साथ वारदात को अंजाम दिया गया. मामला शनिवार को तब सामने आया, जब भाजपा के आइटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो साझा किया. वीडियो में दिख रहा है कि कुछ महिलाओं का समूह दो महिलाओं को पीट रहा है. पिटाई के दौरान दोनों महिलाओं का कपड़ा उतर जाता है.
#WATCH | West Bengal: Security heightened in Uttar Dinajpur's Islampur area as a 12 hours general strike has been called by BJYM in Islampur.
BJYM State president Indranil Khan claims that a party worker from Uttar Dinajpur's Islampur was stabbed to death at his shop. pic.twitter.com/EXlu1wBNwU
— ANI (@ANI) July 23, 2023
राज्य की मंत्री बोलीं- मामला महिलाओं के बीच का, भाजपा दे रही तूल
वहीं, राज्य की महिला एवं बाल स्वास्थ्य मंत्री शशि पांजा ने कहा कि दरअसल महिलाएं आपस में झगड़ रही थीं. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की. बाद में महिलाएं वहां से खुद ही चली गयीं. यह बाजार में चोरी का मामला था. दोनों महिलाओं पर चोरी का शक था और कुछ अन्य महिलाओं ने ही उन्हें पकड़ कर सजा देने की कोशिश की. इसी दौरान दोनों महिलाओं के कपड़े उतर गये थे. पांजा ने कहा कि मामले में केस दर्ज कर लिया गया है और जांच भी चल रही है. भाजपा इसे बेवजह राजनीतिक मुद्दा बना रही है.
मणिपुर में हिंसा व महिला को निर्वस्त्र घुमाने की घटना के बाद अब मालदा में दो महिलाओं के साथ अमानवीय घटना के वीडियो को लेकर तृणमूल व भाजपा में जुबानी जंग शुरू हो गयी है. हालांकि प्रभात खबर इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है. तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि भाजपा स्थानीय चोरी की घटना का राजनीतिकरण कर रही है. दूसरी ओर, भाजपा का दावा है कि पहले हावड़ा के पांचला, फिर मालदा के बामनगोला का वीडियो सोशल मीडिया में आने के बाद साफ है कि इस राज्य में महिलाओं पर किस तरह से अत्याचार हो रहा है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर, इसकी आलोचना कर रहे हैं. वहीं, माकपा पोलित ब्यूरो की सदस्य वृंदा करात व राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने मालदा में हुई घटना की निंदा की. उन्होंने कहा कि जहां ये घटना हुई है, वह भाजपा का लोकसभा क्षेत्र है. हालांकि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व सांसद अधीर चौधरी का दावा है कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामले में बंगाल देश के शीर्ष पांच राज्यों में से एक है. उन्होंने मालदा में हुई घटना की निंदा की.
दूसरी ओर, राज्य की मंत्री शशि पांजा ने सुबह संवाददाता सम्मेलन कर मालदा में हुई घटना को लेकर विपक्ष पर राजनीति करने का आरोप लगाया. हालांकि, भाजपा का दावा है कि मणिपुर में उन्मादी भीड़ ने महिलाओं को निर्वस्त्र कर दिया. वही तस्वीर मालदा के बामनगोला के पकुआहाट में भी देखी गयी. यहां की घटना किसी हालत में मणिपुर की घटना से कम नहीं है, क्योंकि बंगाल में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं.
केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने भी ट्विटर पर ममता सरकार पर निशाना साधा. दूसरी ओर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने पूरे घटनाक्रम पर राज्य के मंत्री शशि पांजा के बयान की आलोचना की. उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों को हल्का बनाने की कोशिश कर रही है. मंत्री शशि पांजा ने ‘असंवेदनशील’ टिप्पणी की है. यह इस राज्य का दुर्भाग्य है कि यहां कि मुख्यमंत्री व समाज कल्याण मंत्री शशि पांजा, दोनों महिलाएं हैं.
भारतीय जनता पार्टी ने दावा आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में कुछ दिन पहले दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर यातना दी गयी और पुलिस ‘मूकदर्शक’ बनी रही. भाजपा के सूचना प्रौद्योगिकी (आइटी) विभाग के प्रमुख और प्रदेश सह प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि घटना को 19 जुलाई को मालदा जिले में उस भीड़ ने अंजाम दिया, जो ‘उनके (महिला के) खून की प्यासी’ थी. उन्होंने कथित अपराध की धुंधली तस्वीरों के साथ एक वीडियो भी साझा किया. मालवीय ने मणिपुर की घटना पर मुखर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि यह एक ऐसी त्रासदी थी, जिससे ममता बनर्जी का दिल ‘टूट’ जाना चाहिए था और वह केवल आक्रोश जताने के बजाय कार्रवाई कर सकती थीं, क्योंकि वह बंगाल की गृह मंत्री भी हैं.
विपक्ष ममिपुर की घटना पर साध रहे निशाना
विपक्षी दल जातीय हिंसा से प्रभावित मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने की घटना को लेकर भाजपा पर निशाना साध रहे हैं, जहां वह सत्ता में है. वहीं, भाजपा, कांग्रेस और ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस जैसे विपक्षी दलों के शासन वाले राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के इसी तरह के मामलों को उजागर कर रही है.
मालवीय ने ममता बनर्जी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उन्होंने मामले में कुछ नहीं करने का फैसला किया. उन्होंने कहा कि न तो उन्होंने बर्बरता की निंदा की और न ही दर्द व पीड़ा व्यक्त की, क्योंकि इससे एक मुख्यमंत्री के रूप में उनकी खुद की विफलता उजागर होती. मणिपुर की घटना पर ममता बनर्जी की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए अमित मालवीय ने कहा कि लेकिन एक दिन बाद राजनीतिक लाभ लेने के लिए उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया. गौरतलब है कि चार मई को मणिपुर में हुई घटना का वीडियो हाल में सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें विरोधी गुट के पुरुषों का एक समूह दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाता नजर आता है. उसके कुछ दिन बाद बंगाल में भी दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनके साथ मारपीट का वीडियो सामने आता है.