कोलकाताः भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पुत्र और जंगीपुर लोकसभा के पूर्व सांसद अभिजीत बनर्जी ने सोमवार (5 जुलाई) को तृणमूल कांग्रेस का झंडा थाम लिया. पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और मंत्री पार्थ चटर्जी और लोकसभा में टीएमसी के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय ने कोलकाता के तृणमूल भवन में उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलायी.
लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के संसदीय दल के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय भी इस अवसर पर मौजूद थे. 11 जून को जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय ने बीजेपी का झंडा थामा था, उसी दिन अभिजीत के भी ममता बनर्जी की पार्टी में शामिल होने की चर्चा थी, लेकिन उन्होंने इससे इनकार किया था.
Former President Pranab Mukherjee's son Abhijit Mukherjee joins Trinamool Congress in Kolkata pic.twitter.com/LVLPdzpVCt
— ANI (@ANI) July 5, 2021
खबर है कि पिछले दिनों ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की अभिजीत मुखर्जी से कई दौर की बातचीत हुई है. इसके बाद अभिजीत ने कांग्रेस छोड़कर तृणमूल में शामिल होने का निश्चय किया. अभिजीत मुखर्जी ने कैमक स्ट्रीट स्थित अभिषेक बनर्जी के ऑफिस में जाकर भी बातचीत की थी.
Also Read: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पुत्र अभिजीत ने तृणमूल में शामिल होने पर कही ये बात
इस मुलाकात पर न तो अभिजीत ने कोई बात टिप्पणी की थी, न ही अभिषेक ने. हालांकि, सूत्रों ने कहा था कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उनके पैतृक गांव किरनाहर में एक समारोह के लिए अभिषेक को आमंत्रित करने गये थे. लेकिन, अब यह स्पष्ट हो गया है कि अभिजीत मुखर्जी ने पालाबदल करने पर भी उस दिन चर्चा की.
राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक हाल ही में वह कई मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस के समर्थन में ट्वीट कर रहे थे. इसके बाद ही धीरे-धीरे स्पष्ट होता गया कि वह अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता बदलने वाले हैं. तृणमूल का शीर्ष नेतृत्व भी उनका स्वागत करने के लिए तैयार है. दो मई को हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद तृणमूल सरकार के तीसरी बार सत्ता में आने के बाद विभिन्न खेमों के नेता सत्तारूढ़ दल में शामिल होने के इच्छुक हैं.
मुकुल रॉय पहले ही बीजेपी से घरवापसी कर चुके हैं. उनके बेटे शुभ्रांशु रॉय भी तृणमूल में शामिल हो चुके हैं. मुकुल रॉय और तृणमूल कांग्रेस का दावा है कि बड़ी संख्या में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) छोड़कर लोग तृणमूल में शामिल होना चाहते हैं. अभिजीत मुखर्जी भी दलबदल करने के इच्छुक लोगों की सूची में थे. हालांकि, अभिजीत ने अब तक खुलकर कभी नहीं कहा कि वह तृणमूल में शामिल होने जा रहे हैं.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि 9 जून को अभिजीत मुखर्जी ने मुर्शिदाबाद के तृणमूल कांग्रेस जिलाध्यक्ष और जंगीपुर सांसद समेत कई नेताओं के साथ अपने जंगीपुर स्थित आवास पर मुलाकात की थी. बैठक में तृणमूल के सांसद खलीलुर रहमान, तृणमूल जिलाध्यक्ष अबु ताहिर, विधायक इमानी विश्वास, दो मंत्री अखरुज्जमां और सबीना यास्मीन समेत अन्य लोग शामिल थे, लेकिन अभिजीत ने इसे खारिज कर दिया था. अभिजीत जंगीपुर से कांग्रेस के सांसद रह चुके हैं और ममता बनर्जी से उनके मधुर संबंध बताये जाते हैं.
Posted By: Mithilesh Jha