आज साल का अंतिम दिन है. कल से हम नये साल यानी 2022 में प्रवेश कर जाएंगे. इस बीच कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रॉन की दहशत साफ नजर आ रही है. देश में ओमिक्रॉन के 1000 से ज्यादा केस सामने आने के बाद लोगों की चिंता बढ़ गई है. इस बीच बंगाल से बड़ी खबर आ रही है. यहां के कुछ मंदिरों को नये साल के उपलक्ष में बंद रखने का फैसला लिया गया है.
जानकारी के अनुसार कोलकाता का विश्व प्रसिद्ध दक्षिणेश्वर काली मंदिर, रामकृष्ण मिशन का मुख्यालय बेलूर मठ, शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर के अलावा थंथानिया मंदिर एक जनवरी 2022 को श्रद्धालुओं के लिए बंद रखे जाएंगे. पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार हो रही वृद्धि के मद्देनजर मंदिरों के प्रशासन ने इस संबंध में निर्णय लिया है.
दक्षिणेश्वर मंदिर के ट्रस्टी कुशल चौधरी ने कहा है कि मंदिर के अधिकारियों को यह फैसला करने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि एक जनवरी के दिन लाखों की तादाद में श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने पहुंचते हैं. इस दौरान कोविड-19 संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करवाना बहुत मुश्किल है. दक्षिणेश्वर मंदिर दो जनवरी को दोबारा खुलेगा.
बेलूर मठ के एक प्रवक्ता ने कहा है कि मौजूदा परिस्थितियों के कारण मठ का परिसर एक जनवरी से चार जनवरी तक श्रद्धालुओं के लिए बंद रखा जाएगा. बेलूर मठ पांच जनवरी को दोबारा श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएगा. इसकी स्थापना स्वामी विवेकानंद द्वारा की गयी थी.
कालीघाट मंदिर सेबायित परिषद की कार्यकारी समिति के सचिव दीपांकर चटर्जी ने कहा कि हम एहतियात के तौर पर एक जनवरी को मंदिर के गर्भगृह को बंद रखेंगे. इसके बाद तीन जनवरी को एक बैठक कर आगे की रणनीति पर चर्चा हम करने का काम करेंगे. इधर थंथानिया सिद्धेश्वरी काली मंदिर को भी एक और दो जनवरी को श्रद्धालुओं के लिए बंद रखा जाएगा.
भाषा इनपुट के साथ
Posted By : Amitabh Kumar