कोलकाता/कूचबिहार. उत्तर बंगाल के कूचबिहार में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री निशीथ प्रमाणिक के काफिले पर हमले का मामला सामने आया है. शनिवार को पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत जनसंपर्क के लिए केंद्रीय मंत्री कूचबिहार के दिनहाटा गये थे. केंद्रीय मंत्री ने दिनहाटा के विभिन्न स्थानों का दौरा किया. लेकिन जब उनका काफिला दिनहाटा के बुड़ीरहाट इलाके में पहुंचा तो तृणमूल कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर उन्हें काले झंडे दिखाने शुरू कर दिया. इसे लेकर भाजपा व तृणमूल समर्थकों के बीच विवाद पैदा हो गया. देखते ही देखते वहां स्थिति बदल गयी. आरोप है कि इस दौरान अज्ञात लोगों ने गोली चलायी और बम भी फेंके. केंद्रीय मंत्री के काफिले पर पथराव का भी आरोप है.
इसके बाद बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात कर निशीथ प्रमाणिक को सुरक्षित निकाला गया. सूत्रों ने बताया कि सब कुछ ठीक चल रहा था. जैसे ही प्रमाणिक ने जनसंपर्क अभियान शुरू किया. वहां मौजूद भाजपा और तृणमूल कार्यकर्ताओं के बीच कहासुनी और हाथापाई हो गयी. प्रमाणिक की कार पर पथराव किया गया. इससे उनकी कार का शीशा टूट गया. उधर, तृणमूल कांग्रेस के नेता जयप्रकाश मजूमदार ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दिलीप घोष और विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी जैसे भाजपा नेता भगवा पार्टी के कार्यकर्ताओं को पश्चिम बंगाल में शांति भंग करने के लिए उकसा रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा यहां जान बूझकर हिंसा फैलाना चाहती है.
भाजपा प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने कहा यदि किसी केंद्रीय मंत्री की कार पर इस तरह से हमला किया जाता है, तो राज्य में आम लोगों की सुरक्षा के बारे में सोचें. भट्टाचार्य ने कहा कि राज्यपाल को राज्य में अनुच्छेद 355 लागू करने के लिए कदम उठाने चाहिए. यहां की सत्तारूढ़ पार्टी अब हिंसा के सहारे लोगों की आवाज दबाना चाहती है.
बाद में केंद्रीय मंत्री निशीथ प्रमाणिक ने कहा कि न सिर्फ मेरे काफिले पर पथराव किया गया, बल्कि गोलियां भी चलायी गयीं. बम भी फेंके गये. पूरी घटना पुलिस के सामने हुई और वह मूकदर्शक बनी रही. संपर्क किये जाने पर, केंद्रीय मंत्री ने बताया कि भाजपा के कई कार्यकर्ता हमले में घायल हुए हैं.