पश्चिम बंगाल में रोकी जा सकेगी अगलगी की घटनाएं, अग्निशमन व्यवस्था में अब ड्रोन का प्रयोग

दमकल मंत्री सुजीत बोस ने बताया कि राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि अग्निशमन में ड्रोन का इस्तेमाल किया जायेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | January 12, 2023 2:39 PM

कोलकाता महानगर सहित पूरे राज्य में अग्निशमन व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए राज्य सरकार ने अब तक अत्याधुनिक उपकरणों का प्रयोग करने का फैसला किया है. इससे पहले दमकल विभाग ने अग्निशमन व्यवस्था में रोबोट का प्रयोग शुरू किया था. अब राज्य सरकार यहां अत्याधुनिक ड्रोन का भी प्रयोग करने जा रही है. बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी.

राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में बनी सहमति

इस संबंध में दमकल मंत्री सुजीत बोस ने बताया कि बुधवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि अग्निशमन में ड्रोन का इस्तेमाल किया जायेगा. अग्निशमन विभाग को ड्रोन खरीदने की अनुमति देने संबंधी प्रस्ताव पर भी सहमति बनी है. बताया जाता है कि संकरी गलियों या घनी आबादी वाले क्षेत्रों में आग लगने पर वहां अग्निशमन की गाड़ियों को पहुंचने में काफी असुविधा होती है. ऐसी जगहों पर ड्रोन के जरिये काफी मदद मिलेगी.

नये बनाये जायेंगे अग्निशमन केंद्र

बैठक में कई नये अग्निशमन केंद्र बनाने और जिन अग्निशमन स्टेशनों की स्थिति बुरी है या वहां इंफ्रास्ट्रक्चर जर्जर है, उनके नवीनीकरण पर भी सहमति बनी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास वाले क्षेत्र कालीघाट में मौजूद कालीघाट मंदिर की तर्ज पर ही यहां कालीघाट दमकल केंद्र भी बनाया जायेगा. अग्निशमन मंत्री सुजीत बोस ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कालीघाट अग्निशमन केंद्र की डिजाइन दिखायी गयी थी, जो उन्हें पसंद आयी है. फिलहाल राज्य वित्त विभाग ने दो अग्निशमन केंद्रों के पुनर्निर्माण के लिए वित्तीय आवंटन भी कर दिया है.

ड्रोन खरीदने के लिए एक्सपर्ट्स की ली जाएगी राय

ड्रोन खरीदने के लिए एक्सपर्ट्स की भी राय ली जा रही है. मंत्री ने बताया कि चार नये अग्निशमन केंद्र बनाये जायेंगे. इनमें से एक अग्निशमन केंद्र उनके विधानसभा क्षेत्र लेकटाउन में होगा, जबकि बाकी के तीन मुर्शिदाबाद के जंगीपुर, बीरभूम के दुबराजपुर और उत्तर 24 परगना के देगंगा में बनेंगे. कालीघाट अग्निशमन केंद्र और टालीगंज केंद्र जर्जर अवस्था में हैं. इन्हें नये सिरे से बनाया जायेगा.

Next Article

Exit mobile version