बंगाल पंचायत चुनाव में ममता बनर्जी की सरकार को सुप्रीम कोर्ट से झटका मिलने के बाद टीएमसी के महासचिव कुणाल घोष ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती हमारे लिए सिर दर्द नहीं हैं. हम उनका सामना करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने बंगाल में हिंसा के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया है.
कुणाल घोष ने कहा है कि बंगाल में 61 हजार बूथ है. जिनमें से सिर्फ 4-5 बूथों में ही दिक्कत है. और वह भी भाजपा के द्वारा तैयार किया हुआ है. हमें ये चीज समझना होगा कि केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती केवल पश्चिम बंगाल में नहीं हो सकता न. हमे पूरा यकीन है कि बंगाल की जनता राज्य में चल रही विकासत्मक योजनाओं के कारण टीएमसी के पक्ष में मतदान करेगी.
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सुप्रीम कोर्ट ने सभी जिलों में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती के मामले में हाईकोर्ट के फैसले पर हस्थक्षेप करने से इनकार कर दिया. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 2013 और 2018 के चुनाव में हुई हिंसा को हम देख चुके हैं. हाईकोर्ट ने इसी वजह से सभी जिलों में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती का आदेश दिया होगा. और हिंसा के माहौल में चुनाव नहीं कराया जा सकता.
लोगों को इस बात की आजादी का एहसास नहीं है कि वो नामांकन पत्र दाखिल कर पाएंगे, तो ऐसे में निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव का सवाल ही पैदा नहीं होता है. अदालत ने कहा कि आपके पास खुद पुलिस फोर्स की कमी है. आप खुद दूसरे राज्यों से पुलिस बल मंगाने की बात कर रहे हैं. यही वजह है कि हाईकोर्ट ने केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती का आदेश दिया होगा. मामले में सुप्रींम कोर्ट ने राज्य चुनाव आयोग से पूछा कि आपनें इस मामले में अब तक क्या किया. गौरतलब है कि हाईकोर्ट ने 15 जून को मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य़ सरकार को आदेश दिया था वो 48 घंटे के अंदर केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती करें.