बंगाल पंचायत चुनाव : पुलिस ने तालाब से निकाली तीन मतपेटियां, भाजपा ने की फिर से वोटिंग की मांग
बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान मतदान केंद्र से लूटकर तीन मतपेटियों को तालाब में फेंक दिया गया था. पुलिस ने एक दिन बाद मतपेटियों को बरामद कर लिया. इसे राज्य निर्वाचन आयोग को सौंप दिया गया है.
बर्दवान/पानागढ़, मुकेश तिवारी : पूर्व बर्दवान जिले के भातार थाना क्षेत्र के झरना कॉलोनी के ओरग्राम जीएसएसएफ कॉलोनी स्कूल के मतदान केंद्र से तीन मतपेटी लूटने के बाद उसे तालाब में फेंक दिया गया था. रविवार सुबह पुलिस ने तीनों मतपेटियों को स्थानीय एक तालाब से बारामद किया. शनिवार को इन मतपेटियों को मतदान केंद्र के 17 और 18 नंबर बूथ से लूटा गया था.
सुबह से ही शुरू हो गया तलाशी अभियान
आज सुबह पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू किया. तीनों मतपेटियों को लेकर पुलिस थाने पहुंची. मौके पर निर्वाचन अधिकारी भी मौजूद थे. बाद में निर्वाचन अधिकारी तीनों मतदान पेटी ले गये. मतदान पेटी में मौजूद बैलेट पानी के कारण नष्ट हो गये थे. इस संबंध में शिकायत मिलने के बाद से ही पुलिस पड़ताल में जुट गयी थी.
कांकसा भाजपा ने फिर से वोटिंग की मांग की
पश्चिम बर्दवान जिले के कांकसा ब्लॉक की दो पंचायतों कांकसा और त्रिलोकचंदपुर ग्राम पंचायत क्षेत्र में 18 बूथों पर तृणमूल कांग्रेस समर्थकों के द्वारा बूथ में घुसकर फर्जी वोटिंग करने का आरोप लगाते हुए कांकसा दो मंडल के भाजपा अध्यक्ष इंद्रजीत ढाली ने इन बूथों पर फिर से वोटिंग कराने की मांग की है.
वोटर से छीना गया मतदान का अधिकार
इंद्रजीत ढाली ने बताया की तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने मतदाताओं के वोट देने के अधिकार को इस बार भी पंचायत चुनाव में छीन लिया. वोट देने आये मतदाताओं को बूथ से भगाकर फर्जी वोट डाला है. उन्होंने कहा की कांकसा ग्राम पंचायत में बूथ संख्या 56, 57, 58, 59, 60, 61, 62, 63 तथा 64 में तृणमूल की गुंडा वाहिनी ने फर्जी वोट डाला है.
तृणमूल समर्थकों ने बूथ में की गुंडागर्दी
वहीं, त्रिलोकचंदपुर ग्राम पंचायत के 45, 46, 47, 48, 49, 50, 51, 52 और 53 नंबर बूथ में जबरन घुसकर गुड़ागर्दी की और लोगों से मतपत्र छीनकर खुद ही वोट डाल दिया. श्री ढाली ने कहा कि मामले की शिकायत राज्य निर्वाचन आयोग, कांकसा के बीडीओ, पर्यवेक्षक समेत अन्य संबंधित अधिकारियों से की गयी है.
तृणमूल कांग्रेस ने की फर्जी वोटिंग
उन्होंने कहा कि लोगों का मताधिकार छीनने का किसी को भी अधिकार नहीं है .गणतांत्रिक रूप से लोग अपना वोट देने पहुंचे थे, लेकिन तृणमूल की गुंडा वाहिनी ने उक्त सभी बूथों पर कब्जा करके जबरन खुद ही वोट डाल दिये. हम इन बूथों पर फिर से चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं.