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बंगाल पंचायत चुनाव : टीएमसी का वर्चस्व बरकरार, दूसरे नंबर पर बीजेपी, माकपा-कांग्रेस पीछे

पश्चिम बंगाल में हिंसा के बीच हुए पंचायत चुनाव के घोषित नतीजों के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस अपने वर्चस्व को कायम रखती दिख रही है. दो साल पहले तृणमूल ने विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 12, 2023 9:24 AM

कोलकाता, शिव कुमार राउत. पश्चिम बंगाल में हिंसा के बीच हुए पंचायत चुनाव के घोषित नतीजों के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस अपने वर्चस्व को कायम रखती दिख रही है. दो साल पहले तृणमूल ने विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की थी. राज्य में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ते हुए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार रात तक घोषित नतीजों के मुताबिक 63,229 ग्राम पंचायतों में से 28,122 सीट पर जीत दर्ज कर ली है, जबकि 1,587 पंचायतों में उसके उम्मीदवार आगे हैं.

देर रात तक घोषित नतीजों के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस की निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 7,478 सीट पर जीत दर्ज की है और 435 पर उसके उम्मीदवार आगे हैं. वाममोर्चा 2420 सीट जीती हैं जिनमें से माकपा ने अकेले 2,334 सीट पर जीत दर्ज की है. वाम दल इस समय मंगलवार देर रात तक 302 सीट पर आगे चल रहे थे. जबकि कांग्रेस ने 198 सीट पर जीत दर्ज की है और 146 पर आगे चल रही है. इसी तरह 34 पर अन्य और 107 पर निर्दलीय उम्मीदवार आगे चल रहे थे. नवगठित इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) सहित अन्य पार्टियों ने 710 सीट पर जीत दर्ज की है और 1605 पर बढ़त बनाये हुए हैं. जबकि तृणमूल कांग्रेस के बागियों सहित निर्दलीय 710 सीट पर जीते हैं.

पंचायत समिति

इस चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने 118 सीट पर जीत दर्ज की है. उसके उम्मीदवार 924 पर आगे चल रहे हैं. वहीं भाजपा के 92 उम्मीदवार बढ़ते बनाये हुए हैं. वहीं एक सीट पर माकपा की जीत हुई है और 36 पर उसके उम्मीदवार बढ़ते बनाये हुए हैं. इसके अलावा 12 सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवारों को बढ़त मिली हुई. इसके अलावा अन्य दलों की तीन उम्मीदवारों की जीत हुई है. वहीं 37 सीट पर मुकाबला बेनतीजा रहा.

जिला परिषद

देर रात तक घोषित नतीजों के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस ने 48 जिला परिषदों में जीत दर्ज की है और 82 पर आगे चल रही है, जबकि भाजपा व माकपा 2-2 दो सीटों पर बढ़त बनाये हुए हैं. वहीं 5 सीट पर का परिणाम टाई है. राज्य में कुल 928 जिला परिषद सीट है. तृणमूल कांग्रेस प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, ‘‘नतीजों से लोगों का तृणमूल कांग्रेस एवं राज्य सरकार के प्रति भरोसा प्रतिबिंबित हो रहा है. यह दिखाता है कि लोगों ने भाजपा की विभाजनकारी राजनीति और कांग्रेस व माकपा की नकारात्मक राजनीति को खारिज कर दिया है. इस चुनाव को सभी पार्टियों ने गंभीरता से लड़ा है क्योंकि वे इसे वर्ष 2024 संसदीय चुनाव में हवा का रुख का आकलन करने के लिए संकेतक मान रही हैं. पश्चिम बंगाल में शनिवार को हुए पंचायत चुनाव में व्यापक पैमाने पर हिंसा हुई थी जिसमें 15 लोगों की मौत हो गयी जिनमें 11 तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हुए थे. पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद से राजनीतिक हिंसा में कुल 33 लोगों की मौत हुई है जिनमें से 60 प्रतिशत सत्तारूढ़ दल से ताल्लुक रखते थे. विभिन्न पार्टियों द्वारा मतदान में छेड़छाड़ और हिंसा के आरोप लगाये जाने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) ने सोमवार को 696 सीट के लिए दोबारा मतदान कराया जो कुल मिलाकर शांतिपूर्ण संपन्न हुआ. कलकत्ता उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद चुनाव और मतगणना के दिन केंद्रीय बलों की तैनाती की गयी थी.

सोमवार को हुए पुनर्मतदान के दौरान शाम पांच बजे तक 69.85 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. शनिवार को संपन्न पंचायत चुनाव में मतदान 80.71 प्रतिशत रहा. पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव में हिंसा का इतिहास रहा और वर्ष 2003 के चुनाव में एक दिन में करीब 40 लोग मारे गये थे. इस साल चुनावी हिंसा को मीडिया ने बड़े पैमाने पर कवर किया जिसकी वजह से राष्ट्रीय स्तर पर लोगों का इसपर ध्यान गया. करीब 74,000 सीटों पर हुए त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के लिए वोटों की गिनती कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार सुबह आठ बजे से जारी है. इनमें ग्राम पंचायत सीट के अलावा 9,730 पंचायत समिति की सीट और 928 जिला परिषद सीट शामिल हैं. राज्य के 22 जिलों में करीब 339 मतगणना केंद्र बनाए गये हैं. राज्य में करीब 74,000 सीट पर पंचायत चुनाव हुए थे. सबसे अधिक 28 मतगणना केंद्र दक्षिण 24 परगना जिले में है, जबकि सबसे कम चार मतगणना केंद्र कलिम्पोंग में हैं. दार्जीलिंग में कुल 598 सीट हैं जबकि कलिम्पोंग में कुल 281 सीट हैं. यहां भारतीय गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा (बीजीपीएम) बढ़त बनाये हुए है और बंगाल के पहाड़ी जिले में संभव है कि सबसे मजबूत दल के रूप में उभरे. वहीं राज्य के ग्रामीण इलाकों की 73,887 सीट के लिए शनिवार को हुए मतदान में 5.67 करोड़ लोग मतदान करने के पात्र थे. ज्ञात हो कि, 2018 के पंचायत चुनाव में तृणमूल ने 34 प्रतिशत सीट पर निर्विरोध चुनाव जीता था. उस समय तृणमूल ने 90 प्रतिशत सीट पर जीत दर्ज की थी और सभी 22 जिला परिषदों में विजयी हुई थी.

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