West Bengal News: बर्दवान में जहरीली शराब से मर रहे लोग, पुलिस की नाक के नीचे फल-फूल रहा नशे का कारोबार
पूर्व बर्दवान में दामोदर नदी के किनारे अवैध रूप से देशी शराब बनाने वालों का उद्योग फल फूल रहा है. लोकल स्तर पर डिस्टिलरी व्यापारी अब यहां अवैध रूप से शराब बनाते हैं. झाड़ियों से घिरे दामोदर के दियारा क्षेत्र को उक्त शराब के अवैध कारोबारी और माफिया यहां अपना पूरा साम्राज्य बनाए हुए हैं.
मुकेश तिवारी, बर्दवान: पश्चिम बंगाल के बर्दवान शहर में जहरीली शराब पीने से छह लोगों की मौत का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि सभी गुरुवार रात को एक होटल से शराब पीकर आए थे. जिसके बाद से उनकी हालत बिगड़ने लगी. शराब पीने वालों में कई अभी भी अस्पताल में भर्ती है जिनमें से कई की हालत गंभीर है. ऐसे में मौतों की संख्या में इजाफा भी हो सकता है.
इधर, जहरीली शराब की घटना होने के बाद पूर्व बर्दवान जिला पुलिस अधीक्षक कमनाशीष सेन ने कार्रवाई शुरू कर दी है. गुरुवार देर रात जहरीली शराब की घटना होने के बाद पुलिस ने पूरे इलाकों के होटलों और ढाबों में शराब बंद करवा दिए हैं. यहीं नहीं अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ भी पूरे जिले में अभियान चलाया जा रहा है.
जहरीली शराब से मौत का यह कोई पहला मामला नहीं है. आंकड़ों के मुताबिक, दक्षिण 24 परगना के संग्रामपुर में दिसंबर 2011 में जहरीली देसी शराब पीने से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. वही साल 2018 में नदिया जिले के शांतिपुर में जहरीली शराब पीने से करीब 12 लोगों की मौत हो गई थी. इतने लोगों की मौत के बाद भी उस समय राज्य में कोई कम हंगामा नहीं हुआ था, लेकिन प्रशासन पूर्व सहित राज्य के सभी जिलों में देशी शराब के उत्पादन और बिक्री को रोकने के लिए सख्त कदम नहीं उठा पाया था. अब भी देशी शराब लोकल स्तर पर बना कर बेचने वाले पुलिस की नाक के नीचे अपना गोरख धंधा जारी रखे हुए है.
फल फूल रहा है अवैध शराब का कारोबार: बता दें, पूर्व बर्दवान में दामोदर नदी के किनारे अवैध रूप से देशी शराब बनाने वालों का उद्योग फल फूल रहा है. लोकल स्तर पर डिस्टिलरी व्यापारी अब यहां अवैध रूप से शराब बनाते हैं. झाड़ियों से घिरे दामोदर के दियारा क्षेत्र को उक्त शराब के अवैध कारोबारी और माफिया यहां अपना पूरा साम्राज्य बनाए हुए हैं. जमालपुर और जिले के अन्य स्थानों के देसी घरुआ (चोलाई ) शराब के कारोबारी रात में दामोदर के नदी के किनारे शराब बनाते हैं.
शराब के कारोबारी देशी शराब को बड़े लाभ के लिए कई जिलों में बेचते हैं. बेरुग्राम ग्राम पंचायत के हैबतपुर गांव की सदस्य प्रतिभा घोष ने भी माना कि दामोदर नदी के किनारे बालू पर मौजूद झाड़ियों और जंगलों में अवैध रूप से देशी शराब बनाई जाती है. वहीं, हैबतपुर गांव के निवासियों ने भी कहा कि, दामोदर नदी के झाड़ियों के बीच अस्वास्थ्यकर वातावरण में अवैध देशी शराब का उत्पादन हो रहा है.
दिन रात होता है काम: बताया जा रहा है कि देशी शराब को दिन और रात में समान ताल में बनाया जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि शराब बनाने में जिन चीजों का इस्तेमाल किया जा रहा है वो हमारे शरीर के लिए बेहद घातक है. इसके अलावा शराब बनाने के दौरान उत्पन्न कचरे को ये दामोदर नदी में बहा रहे हैं, दामोदर नहीं भी प्रदूषित हो रही है.
इधर, लोगों ने प्रशासन से अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील की है. ग्रामीणों का कहना है कि दामोदर के दियारा क्षेत्र में देशी शराब बनाना बंद किया जाए. इशपर जमालपुर प्रखंड के बीडीओ शुभंकर मजूमदार ने कहा, घटना सही होने पर उच्चाधिकारियों को सूचित किया जाएगा. साथ ही सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.