कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद प्रदेश कांग्रेस में घमासान मचा है. हाल में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पुत्र अभिजीत मुखर्जी कांग्रेस छोड़कर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गये. अब प्रदेश कांग्रेस के महासचिव व पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सोमेन मित्रा के बेटे रोहन मित्रा के भी टीएमसी में शामिल होने की चर्चा तेज हो गयी है.
रोहन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना इस्तीफा मंगलवार को ही इंटाली के प्रदेश कांग्रेस कार्यालय विधान भवन में भेज दिया. साथ ही इसकी जानकारी कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी, केसी वेणुगोपाल व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी को ई-मेल के जरिये दे दी है. अपने पत्र में रोहन मित्रा ने श्री चौधरी के फैसलों पर भी गंभीर सवाल उठाये हैं.
श्री मित्रा ने लिखा है कि वह पार्टी के प्रदेश महासचिव थे, पर पार्टी के किसी भी मसले पर प्रदेश अध्यक्ष ने उनकी राय नहीं ली, उन्हें तवज्जो नहीं दी. श्री चौधरी पर सीधा हमला बोलते हुए रोहन मित्रा ने लिखा है कि राज्य में प्रदेश अध्यक्ष के फैसलों से कांग्रेस का पतन हुआ है और निकट भविष्य में भी यहां कांग्रेस के पुनरोत्थान के आसार नहीं हैं.
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रोहन मित्रा के इस कदम के बाद उनके सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें तेज हो गयी हैं. इस बाबत पूछे जाने पर रोहन मित्रा ने कहा कि वह अभी कुछ कहना नहीं चाहते. हालांकि, श्री मित्रा ने माना कि उनकी तृणमूल के कुछ वरिष्ठ नेताओं से अराजनीतिक मुद्दों पर बातचीत होती है. गौरतलब है कि राज्य में हालिया विधानसभा चुनाव में वाममोर्चा व कांग्रेस का खाता ही नहीं खुला.
हालांकि, संयुक्त मोर्चा समर्थित एकमात्र प्रत्याशी आईएसएफ के नौशाद सिद्दीकी ही दक्षिण 24 परगना के भांगड़ विधानसभा सीट से निर्वाचित होकर विधायक बने हैं.
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Posted By: Mithilesh Jha